उत्तराखंड सरकार ने ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने का बड़ा निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने ड्रैगन फ्रूट नीति–2025 लागू कर दी है, जिसके तहत किसान ड्रैगन फ्रूट के बागान लगाने पर प्रति एकड़ आठ लाख रुपये की लागत पर 80 प्रतिशत तक अनुदान (सब्सिडी) प्राप्त कर सकेंगे. खास बात यह है कि यह फसल असिंचित भूमि में भी उगाई जा सकती है और जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान की आशंका भी न के बराबर है.
उद्यान विभाग के अनुसार, ड्रैगन फ्रूट खेती योजना वर्ष 2025 से 2028 तक लागू रहेगी. इस योजना के तहत ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल, बागेश्वर, पौड़ी, देहरादून और टिहरी जिलों को शामिल किया गया है. इन जिलों में ड्रैगन फ्रूट के बागान विकसित कर किसानों को आधुनिक और लाभकारी खेती की ओर प्रेरित किया जाएगा.
कम से कम पांच नाली भूमि होना अनिवार्य
योजना के तहत प्रति एकड़ ड्रैगन फ्रूट का बागान स्थापित करने में करीब आठ लाख रुपये की लागत आएगी, जिसमें से छह लाख 40 हजार रुपये सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिए जाएंगे. शेष एक लाख 60 हजार रुपये किसानों को स्वयं वहन करने होंगे. योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों के पास कम से कम पांच नाली भूमि होना अनिवार्य किया गया है.
228 एकड़ क्षेत्रफल में ड्रैगन फ्रूट की खेती का विस्तार का लक्ष्य
वर्तमान में ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति विशेष रुचि दिखा रहे हैं. विभाग का लक्ष्य योजना के तहत प्रदेश में 228 एकड़ क्षेत्रफल में ड्रैगन फ्रूट की खेती का विस्तार करना और लगभग 450 किसानों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाना है. इससे किसानों को परंपरागत खेती से हटकर उच्च मूल्य वाली नकदी फसलों की ओर रुख करने का अवसर मिलेगा.
पोषक तत्वों से भरपूर है ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फ्रूट स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद लाभकारी माना जाता है. यह पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने, हृदय को स्वस्थ रखने के साथ-साथ त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर और सूजन से बचाव में सहायक होते हैं. साथ ही यह वजन घटाने, ब्लड शुगर नियंत्रित करने और आयरन की कमी दूर करने में भी मदद करता है.
'ड्रैगन फ्रूट की खेती से बढ़ेगी किसानों की आय'
कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. सरकार इस फसल पर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है. उन्होंने बताया कि सितारगंज स्थित नर्सरी में ड्रैगन फ्रूट के पौधों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण पौध उपलब्ध कराई जा सके.