हरिद्वार: कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को केंद्र और राज्य सरकार पर यहां आयोजित होने वाले कुंभ मेले की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि मेले को सीमित किए जाने से संत नाराजगी जता सकते हैं. हर की पौड़ी पर स्नान करने और गंगा की पूजा अर्चना करने के बाद रावत ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कुंभ मेले की उपेक्षा कर रही हैं जिससे वह बेहद दुखी हैं.


इससे पहले उन्होंने यहां पहुंचकर साधु संतों से भी मुलाकात की. कुंभ के मामले को लेकर रावत ने 24 जनवरी को हरिद्वार में साधु संतों के बीच जाने का ऐलान किया था लेकिन उनका यह कार्यक्रम स्थगित हो गया था जिसके बाद उन्होंने बुधवार को निरंजनी अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ो के संतों से मुलाकात की.


कुम्भ को सीमित किया जा सकता है- रावत


हरीश रावत ने कहा कि कुंभ को लेकर केंद्र सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया और इसके बाद जारी पत्र से ऐसा लगता है कि कुम्भ को सीमित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस बात पर संत नाराजगी भी जता सकते हैं.


रावत ने आरोप लगाया कि संस्कृति के महान पर्व को लेकर राज्य व केंद्र सरकारें उदासीन हैं और उन्होंने कुंभ की बेहतर तैयारी नहीं की है. उन्होंने कोरोना संक्रमण के बीच स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किये.


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