उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शनिवार (9 नवंबर 2025) को आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक रैली में जहां लाखों की भीड़ उमड़ी, वहीं ट्रैफिक व्यवस्था की सुचारू संचालन ने सभी का ध्यान खींचा. रैली स्थल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफआरआई) और आसपास के इलाकों में जिस तरह यातायात को नियंत्रित किया गया, वह काबिले तारीफ रहा.

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जानकारी के अनुसार, ट्रैफिक पुलिस ने कार्यक्रम से कई दिन पूर्व ही तैयारियां शुरू कर दी थीं. इसके लिए एक विशेष टीम बनाई गई थी, जिसने हर इलाके का नक्शा तैयार कर साइन बोर्ड, डाइवर्जन और पार्किंग व्यवस्थाओं पर बारीकी से काम किया, मुख्यालय और ट्रैफिक निदेशालय से समय रहते अतिरिक्त फोर्स मंगाई गई थी.

विभिन्न पार्किंग स्थलों में व्यवस्थित खड़ी कराई गईं 2-3 हजार कारें

हरिद्वार, टोल टैक्स, आशारोड़ी और सेलाकुई क्षेत्रों में चार टीमें तैनात की गईं, जो हर आधे घंटे में बसों की संख्या का अपडेट कंट्रोल रूम को देती रहीं. वहीं, पार्किंग स्थलों में भी सुनियोजित व्यवस्था देखने को मिली टी स्टेट, जोशी फार्म और एफआरआई परिसर सहित विभिन्न पार्किंग स्थलों में लगभग 2000 बसें और 3000 से अधिक कारें व्यवस्थित रूप से खड़ी की गईं.

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संचार के साधनों से की गई लोगों से अपील

इसके साथ ही लोगों को समय से पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया, एफएम रेडियो और समाचार माध्यमों से लगातार अपील की गई, जिसका असर भी साफ नजर आया. भीड़ के बावजूद किसी भी हिस्से में ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति नहीं बनी.

ट्रैफिक जाम की समस्या से नहीं पड़ा जूझना

एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह के नेतृत्व में पूरी टीम ने बेहतरीन समन्वय और योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया, जिसकी बदौलत आज हुई राज्य जयंती उपलक्ष्य में प्रधान मंत्री मोदी की रैली के दौरान लोगों को ट्रैफिक जाम जैसी समस्या से नहीं झूझना पड़ा. आपको बता दें उत्तराखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

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