उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, वहीं 35 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इस घटना के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रीतम सिंह ने भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है, साथ ही कांग्रेस ने सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं. 

इस घटना की खबर मिलते ही एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य करने के लिए मौके पर पहुंच गई.जहां से घायलों को एंबुलेंस के द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं इस भगदड़ में मारे गए लोगों के शव को कब्जे में ले लिया गया है.

भगदड़ पर क्यो बोले हरीश रावत हरीश रावत ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मनसा देवी मंदिर मोही भगदड़ में अब तक 6  लोगों के मरने की खबर आ रही है जो बहुत ज्यादा चिंताजनक है. उन्होंने मनसा देवी मंदिर में स्थान के हिसाब से ही ट्रॉली से लोग आते जाते हैं, नियंत्रण करने के लिए लंबा मार्ग है यहां पैदल और चढ़ाई वाला मार्ग भी है, उन्होंने सवाल उठाया कि क्यों हम वहां आने वाली भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाए. 

हरीश रावत ने कहा कि सरकार से चूक हुई है, देखना पड़ेगा कि इस में में किसकी गलती है, उन्होंने कहा कि ऐसी जगह पर अनुभवी और क्राउड मैनेजमेंट क्षमता वाले अधिकारियों को लगाना चाहिए हरीश रावत ने यह भी कहा कि प्रदेश में धार्मिक स्थलों की तरफ लोग निरंतर आ रहे हैं, ऐसे में सरकार को व्यवस्थाओं पर ध्यान देना चाहिए हरीश रावत ने एक तरह से सरकार के ऊपर मिस मैनेजमेंट का आरोप लगाया है. 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए सवालवहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने भी सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि हरिद्वार मनसा देवी मंदिर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग कांग्रेस पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ राहत बचाव कार्यों में लगे हुए हैं. 

मेहरा ने सवाल उठाया की इतनी बड़ी घटना आखिर कैसे घट गई, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था नियंत्रण पर उन्होंने गंभीर सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा कि प्रशासन पहले से ही तैयार नहीं था, क्या हादसा रोका नहीं जा सकता था, उन्होंने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के साथ अपने सहानुभूति व्यक्त की है,

सीएम धामी ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेशवही इस मामले में सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को साफ दिशा निर्देश देते हुए कहा है, कि किसी भी घायल व्यक्ति को इलाज में कोई कमी ना आने पाए प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस विषय पर दुख जताया है, मुख्यमंत्री धामी ने साफ कहा है, कि इस विषय पर हम मजिस्ट्रेट जांच कराएंगे जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि एक अफवाह फैली के रास्ते में करंट फैल गया है, जिसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और एक दूसरे पर चढ़कर भागने लगे जिससे यह घटना घटी, फिलहाल पुलिस प्रशासन इस वक्त राहत बचाव कार्य में लगा हुआ है, वहीं कांग्रेस ने इस विषय पर दुख जताने के साथ-साथ सरकार पर सवाल भी उठाने शुरू कर दिए हैं.