Uttarakhand ED Raid: उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) मुश्किल में हैं. प्रवर्तन निदेशालय (Directorate of Enforcement) की टीम हरक सिंह रावत के कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. मामला जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में (Jim Corbett National Park) अवैध निर्माण, पेड़ों की अवैध कटाई और सरकारी धन के दुरुपयोग का है. एक रिटायर आईएफएस अधिकारी के खिलाफ भी ईडी की कार्यवाही जारी है. बता दें कि विजिलेंस ने पहले मामले की जांच की थी. विजिलेंस के बाद सीबीआई की एंट्री हुई.


कांग्रेस के हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ीं


नैनीताल हाईकोर्ट ने जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में अवैध निर्माण मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा था. सीबीआई के बाद अब अवैध निर्माण और पेड़ों की कटाई मामले की जांच ईडी कर रही है. पिछले दिनों उत्तराखंड शासन से भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के अधिकारियों की संपत्ति का ब्योरा ईडी ने मांगा था. ईडी की छापेमारी पर उत्तराखंड की सियासत गर्म हो चुकी है. कांग्रेस ईडी की कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बता रही है. बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया है.


ईडी की टीम ने कई ठिकानों पर डाला छापा 


धामी सरकार के मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि ईडी स्वतंत्र जांच एजेंसी है. हरक सिंह रावत के खिलाफ सबूत मिलने पर ईडी का छापा पड़ा है. उन्होंने कहा कि ईडी की जांच से बीजेपी का लेनादेना नहीं है. कांग्रेस का आरोप है कि हरक सिंह रावत हरिद्वार से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं. बीजेपी को हरिद्वार में नुकसान होने का डर सता रहा है. इसलिए ईडी की टीम को आगे कर दिया गया है. गौरतलब है कि हरक सिंह रावत के इंजीनियरिंग कॉलेज से विजिलेंस ने दो जनरेटर बरामद किए थे. आरोप लगाया गया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए जनरेटर की खरीदारी सरकारी पैसे से की गई. अब मामले में परिवर्तन निदेशालय की कार्यवाही के बाद हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं. 


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