उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले अतुल मेहनत कर न सिर्फ अपना सपना पूरा किया, बल्कि अपना भविष्य भी संवारा है. बता दें कि अतुल घोड़े खच्चर चलाते हैं और केदारनाथ मैं श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन करते हैं. अतुल ने आईआईटी मद्रास के जेएएम की परीक्षा पास की है, जिससे उन्हें आईआईटी मद्रास में एडमिशन मिल गया है.
अतुल की सफलता को देखते हुए हर कोई उसे बधाई दे रहा है, उसकी मेहनत की तारीफ कर रहा है. वहीं बुधवार की रात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अतुल को फोन पर उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है.
अतुल 21 जुलाई को चेन्नई पहुंच गए हैं, अतुल आईआईटी मद्रास में एमएससी गणित की पढ़ाई करेंगे. इससे पहले हाई स्कूल और इंटरमीडिएट करने के बाद अतुल ने हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय से बीएससी की थी.
आर्थिक तंगी के बावजूद जारी रखी मेहनतबीएससी करने के दौरान कई बार अतुल को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, लेकिन अतुल ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा. आज उसी का नतीजा है कि अतुल आईआईटी मद्रास पहुंच गए हैं. अतुल से फोन पर बातचीत करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अतुल ने मेहनत से अन्य लोगों को भी प्रेरित किया है.
संकल्प से पूरे होते हैं सपने- सीएम धामीसीएम धामी ने कहा कि, सामान्य परिस्थितियों में भी यदि व्यक्ति संकल्प लेकर काम करता है तो, उसके सपने जरूर पूरे होते हैं. जीवन में कोई भी चीज असंभव नहीं है. अतुल ने उत्तराखंड को गौरवान्वित और प्रेरित किया है.
मुख्यमंत्री ने अतुल को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है. अतुल ने केदारनाथ में घोड़े खच्चर चला कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला, इसके साथ ही अपनी मेहनत और संघर्ष के बदौलत आज उनका दाखिला आईआईटी मद्रास में हुआ है.
युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं अतुलअतुल रुद्रप्रयाग से लेकर देवल गांव के रहने वाले हैं. अतुल काफी गरीब परिवार से आते हैं. अतुल के घर में माता-पिता पर एक छोटा भाई, एक छोटी बहन है. अतुल की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है.
अतुल घोड़ा खच्चर चलाकर अपने परिवार की मदद करते हैं. इसके साथ ही वह पढ़ाई को लेकर भी जागरूक है. अतुल की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है, जो हमेशा किस्मत का रोना रोते रहते हैं. अतुल ने अपनी मेहनत से यह साबित किया है कि मेहनत से ही सब कुछ हासिल हो सकता है.