Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे. इसके लिए देशभर के साधु संतों को आमंत्रित किया गया है. आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज के नेतृत्व में गंगोत्री, यमुनोत्री और बागेश्वर सरियु नदी के उद्गम (स्रोत) स्थान से मंगाए गए पवित्र जल के साथ हर की पौड़ी ब्रह्म कुंड के जल कलश का पूजन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साधु संतों को अयोध्या के लिए रवाना किया.

हर की पौड़ी का नजारा उस वक्त अलौकिक हो गया जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जय राम श्रीराम, जय जय राम का गीत गाकर लोगों का धन्यवाद किया और हेलीकॉप्टर के माध्यम से साधु संतु और राम भक्तों पर हरिद्वार जिला प्रसासन ने पुष्प वर्ष की. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिस दिन की हमें बरसों से प्रतीक्षा थी 22 जनवरी को वह दिन हमें नसीब हो रहा है. मां गंगा के स्थान हरिद्वार का काफी महत्व रहा है. 

"राम मंदिर का उद्घाटन हमारे लिए एक महापर्व"

सीएम ने कहा कि हरिद्वार से ही राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत की गई थी. आज यहां से गंगोत्री, यमुनोत्री, सरियु और हरिद्वार का जल राम मंदिर के लिए जा रहा है. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में हरिद्वार के लोग भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह दिन हमें लंबी प्रतीक्षा के बाद देखने को मिल रहा है. इस पल के हम सभी साक्षी बन रहे हैं. राम मंदिर का उद्घाटन हमारे लिए एक महापर्व है. 

"पहले हम राम का नाम भी नहीं ले सकते थे"

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज का कहना है कि आज हमें वह दिन याद आ रहा है जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. उन्होंने हमारे ऊपर डंडे बरसाए थे मगर आज हम राम मंदिर के उद्घाटन में अयोध्या राम राम करते जा रहे हैं. 20 से 25 साल पहले हम राम का नाम भी नहीं ले सकते थे. राम नाम लेने पर मारा जाता था. राम मंदिर के लिए कितने संतों और सनातनी लोगों ने अपना बलिदान दिया है. हमारे लिए खुशी की बात है कि हमें ऐसे प्रधानमंत्री मिले जिन्होंने राम मंदिर का हल निकाला. अब अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का भव्य उद्घाटन होने जा रहा है.  

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