Bageshwar Forest Fire: उत्तराखंड के उत्तरकाशी बागेश्वर, अल्मोड़ा, सोमेश्वर को अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिला और इन इलाकों में मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि हुई जिसकी वजह से काफी अफरा-तफरी का माहौल रहा तो वहीं दूसरी तरफ कई दिनों बागेश्वर के जंगलों में धधक रही आग शांत हो गई. बारिश और ओलावृष्टि की वजह से आसपास के इलाकों में लगी आग बुझ गई और लोगों को धुएं से भी राहत मिली. 


उत्तराखंड में बुधवार को मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित हुई और शाम होते-होते बागेश्वर समेत आसपास के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. तेज़ बारिश की वजह से कई जगहों पर पहाड़ों से मलबा नीचे आ गया तो वहीं कई दुकानों और गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा हैं. जिसकी वजह से जन जीवन काफी अस्त व्यस्त हो गया. कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए. हालांकि इससे दूसरी तरफ बारिश की वजह से जंगल में लगी आग भी बुझ गई, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली हैं. 



इंद्रदेव की मेहरबानी से बरसे बादल
उत्तराखंडे के बागेश्वर, नैनीताल और अल्मोड़ा के जंगल पिछले कई दिनों से आग की लपटों में धधक रहे हैं. आग की लपटें इतनी तेज थी कि उनपर क़ाबू पाना मुश्किल हो रहा है. राज्य के कुमाऊं और गढ़वाल दोनों मंडलों में आग इस कदर फैल गई थी कि चारों तरफ धुआं ही धुआं फैल गया था. कई जगहों पर आग की वजह से रिहाइशी इलाकों में लोगों का जीना भी मुश्किल हो गया था. धुएं की वजह से लोगों को सांस लेने में मुश्किल हो रही थी. 


जंगलों में फैली आग को बुझाने के लिए सेना तक मदद ली गई है. हेलीकॉप्टरों से पानी भरकर आग को बुझाने की कोशिश की जा रही थी लेकिन प्रशासन की सारी कोशिशें बेकार साबित हो रही थी. इस बीच बुधवार को इंद्र देवता की मेहबानी के बाद जंगलों में लगी आग को शांत हो सकी. बारिश से क्षेत्र में आग से उत्पन्न धुएं से भी लोगों को राहत मिल गई है. 


जंगलों में लगी आग बुझने के बाद वन विभाग और प्रशासन ने राहत की सांस ली है. इसकी वजह इस इलाके के लोग दहशत के साये में जीने के मजबूर थे. बारिश की वजह से अब इलाके में नमी भी आ गई है. 


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