Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand Assembly) का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर को शुरू होने जा रहा है जिसको लेकर विधानसभा स्तर पर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. इस बार विधानसभा सत्र में कर्मचारियों की संख्या अन्य वर्षों के अपेक्षा आधी है. सत्र के आयोजन से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के साथ सुरक्षा समेत कई मुद्दे पर बैठक होनी है.


इस बार का विधानसभा सत्र कई मायनों में खास होगा तो वहीं कम कर्मचारियों की मौजूदगी में काफी समय बाद सत्र का आयोजन भी देखने को मिलेगा. विधानसभा से 228 कर्मचारियों को विधानसभा अध्यक्ष ने बाहर का रास्ता दिखाया है. अब विधान सभा में कर्मचारियों संख्या आधी रह गई है यानी जहां 500 से ज्यादा कर्मचारी थे वह अब आधे रहे गए हैं. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी का कहना है कि उनके पास जितने भी कर्मचारी हैं वे सत्र को सही तरह से आयोजित करने में सक्षम हैं. 


मंत्री सवालों का नहीं दे पाते जवाब - विपक्ष


विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर जहां विपक्ष भी इस बार पूरी तैयारी के साथ सदन में उतरने की बात  कर चुका है वहीं विधायक भी अपने सवालों के साथ तैयार हैं. अब तक तकरीबन 550 से ज्यादा सवाल लगाए जा चुके हैं. उधर, विपक्ष के पास सरकार को घेरने के कई मुद्दे हैं जिनको लेकर 28 नवंबर को अंतिम रणनीति बनेगी. विपक्ष का ये आरोप है कि मंत्री सवालों का जवाब तक नहीं दे पाते. बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद का कहना है सरकार के मंत्रियों के पास विधायकों का फोन उठाने तक का वक्त नहीं है. उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर पूरे प्रदेश की नजरें लगी हुई है क्योंकि इस बार के विधानसभा सत्र में जनहित से जुड़े मुद्दों के साथ कानून-व्यवस्थाओं को लेकर भी आक्रामक रुख अपना  सकता है.


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