Uttar Prdaesh News: उत्तर प्रदेश के जालौन (Jalaun) जिले में तैनात ग्राम विकास अधिकारी औरैया जिले की यमुना नदी में अज्ञात कारणों से छलांग लगा दी. वहीं ग्राम विकास अधिकारी के नदी में छलांग लगाने के बाद वहां मौजूद मछुआरों ने कूद कर उन्हें बाहर निकाला. इसके बाद गंभीर हालत में ग्राम विकास अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां हालत बिगड़ता देख डॉक्टरों ने उन्हें सैफई रेफर कर दिया. हालांकि, ग्राम विकास अधिकारी के अचानक यमुना नदी में छलांग लगाने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है, आखिर ग्राम विकास अधिकारी यमुना नदी में छलांग क्यों लगाई? क्या अधिकारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. इस मामले में अभी परिजन कुछ भी बताना नहीं चाहते हैं.

जनपद जालौन के कुठौंद के ग्राम रामपुरा में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात उदय नारायण (50 साल) अपने घर फफूंद थाना क्षेत्र के ग्राम रोशनपुर से बाइक से ड्यूटी करने के लिए जा रहे थे, तभी अज्ञात कारणों के चलते उन्होंने यमुना में छलांग दी. वहीं यमुना में किसी को बहता हुआ देख मढ़ापुर के समीप मछुआरों ने यमुना में कूद कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला और घटना की जानकारी उनके परिजनों को दी. सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सैफई रेफर कर दिया गया.

मामले की जांच में जुटी पुलिसवहीं अस्पताल में पहुंची ग्राम विकास अधिकारी की पत्नी सीमा ने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया. परिजनों ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी बाइक से निर्धारित समय पर अपनी ड्यूटी के लिए कुठौंद गए हुए थे. वहीं घटनास्थल से न तो उनकी बाइक मिली न ही उनके दोनों मोबाइल मिल सके हैं. फिलहाल, मामले की जांच करने में पुलिस जुटी हुई है. प्रथम दृष्टया यह सुसाइड का मामला लग रहा ह, लेकिन इस आत्महत्या के पीछे की वजह साफ नहीं हो पा रही है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डिप्टी एसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी ने यमुना नदी में छलांग लगा दी थी, जिन्हें मछुआरों ने डूबता देख बचाया और अस्पताल में भर्ती करा दिया है. आत्महत्या के पीछे की वजह साफ नहीं हो पा रही है यह तो जांच का विषय है पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.

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