UP Weather News: भारत के उत्तरी और उत्तर-पश्चिम इलाके में रविवार को शीतलहर (Cold Wave) का कहर जारी रहा. जिसके कारण न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई. गुरुवार से शुरू होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ राहत मिलने के आसार हैं, लेकिन उससे पहले सर्दी और बढ़ेगी. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि कई राज्यों में रविवार को शीतलहर चलने से सर्दी बहुत ज्यादा बढ़ गई है. वहीं यूपी के कई हिस्सों में सोमवार को शीतलहर से राहत मिलने के साथ ही ठंड में भी कमी आने की संभावना जताई है.
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापतान तीन से पांच डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज रहा. मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध ‘एडब्ल्यूएस’ के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी यूपी में रविवार को न्यूनतम तापमान में कोई गिरावट दर्ज नहीं हुई.’’ मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी-पश्चिमी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में चार से सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है. उत्तर-पश्चिम के अन्य हिस्सों में खास बदलाव दर्ज नहीं किया गया.
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तापमान में आएगी गिरावटमौसम विभाग के अनुसार, 17-18 जनवरी को भारत के उत्तरी-पश्चिमी और मध्य इलाके में न्यूनतम तापमान में करीब दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज किए जाने की संभावना है. वहीं यूपी में इस दौरान शीतलहर चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, ‘‘हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ इलाकों में 16 से 18 जनवरी के बीच बर्फ जमने की आशंका है.’’ आईएमडी के अनुसार दिल्ली से लगे यूपी के इलाकों में 16 जनवरी और 18 जनवरी के बीच शीतलहर चलेगी.
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप ठंड से राहत मिलने से पहले इस महीने के अधिकांश दिनों में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत के बड़े हिस्से में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में यह गिरावट पिछले 10 से 11 दिनों से सिंधु-गंगा के मैदानी इलाकों में घने कोहरे की परत और दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच एक बड़े अंतर के कारण हुआ था, जिसने बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाओं को सामान्य से अधिक समय तक चलने दिया. मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में जल निकायों और नदियों के कारण सिंधु-गंगा के मैदानों में बहुत अधिक नमी है.