Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में मौसम की आंख-मिचौली ने सभी को हैरत में डाल दिया. होली के पावन पर्व के ठीक पहले होलिका दहन की सुबह मौसम ने मार्च के महीने में भी दिसंबर के महीने का अहसास करा दिया. सुबह में छाए घने कोहरे ने लोगों को हैरत में डाल दिया. ऐसा लगा मानो ठंड ने एक बार फिर दस्‍तक दे दी है. कोहरा के साथ बारिश की संभावनाओं को देखते हुए किसानों के चेहरे पर भी मायूसी छा गई, लेकिन कुछ ही घंटों बाद हुई धूप ने उन्‍हें राहत दी.


गोरखपुर में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला है,  रविवार को सुबह से घना कोहरा छाया रहा है, और आसमान में बादलों ने डेरा जमा रखा था. मार्च के महिने में बदले मौसम के मिजाज को देखकर लोग हैरान रह गए. सुबह रोजमर्रा के काम से उठने वाले लोगों को आसमान में छाए बादलों और कोहरा ने ठंउ का अहसास कराया. तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आसमान में कोहरा और बादल ने बारिश का अंदेशा देखकर उनके माथे पर भी चिंता की लकीर आ गई. किसानों को ये चिंता सताने लगी कि कुछ दिन पहले हुई बारिश ने जहां दाल और तिलहन की फसल को बर्बाद कर दिया, तो वहीं अब बारिश हुई, तो खेतों में पकने की कगार पर खड़ी गेहूं की फसल भी बर्बाद न हो जाए. फसल बर्बाद हुई, तो कर्ज लेकर उन्‍होंने बुआई की है, वो रकम कहां से चुका पाएंगे.




लोगों को हुआ ठंड का एहसास 
हालांकि शहर में सुबह टहलने निकले लोगों ने सुबह का मौसम देखा, तो उन्‍हें दिसंबर की ठंड का अहसास हुआ. उनका कहना है कि मार्च के महीने में इस तरह घना कोहरा उन्‍होंने पहले कभी नहीं देखा था. मौसम यानी क्‍लाइमेट में इस तरह चेंज आ रहा है. सुबह निकलने वाले लोगों ने कहा कि वे जब टहलने निकलते हैं, तो आसमान साफ रहता है. लेकिन रविवार की सुबह बिल्‍कुल गुलाबी दिखाई दी. सुबह घना कोहरा देखकर उन लोगों को काफी अच्‍छा लगा. हालांकि बारिश नहीं होने से थोड़ी राहत जरूर है. हल्‍की ठंड ने दिसंबर का अहसास करा दिया है.


ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: सपा नेता के खिलाफ FIR दर्ज, वोटर्स को तीर्थ यात्रा कराना पड़ा भारी