यूपी के वाराणसी में 28 जुलाई को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के तेलुगू डिपार्टमेंट के प्रोफेसर सी. श्रीरामचंद्र मूर्ति पर दो युवकों ने जानलेवा हमला किया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए. इस घटना को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसर, छात्रों ने विरोध भी जताया था जिसके बाद यह मामला काफी सुर्खियों में था.

अब इस मामले में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने पूछताछ और जांच के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हालांकि इस मामले में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से बेहद चौंकाने वाले खुलसे किए गए हैं. जिसमें उन्होंने बताया है कि विश्वविद्यालय से जुड़े पूर्व विभागाध्यक्ष ने ही सुनियोजित तरीके से तेलगु प्रोफेसर पर हमला कराया. विवाद की वजह छात्र के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति से जुड़ा बताया जा रहा है.

पूर्व विभागाध्यक्ष ने ही कराया तेलुगु प्रोफेसर पर हमला 

 इस घटना को लेकर एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान ADCP सरवणन टी. ने बताया की काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 28 जुलाई को प्रोफेसर प्रोफेसर सी. श्रीरामचंद्र मूर्ति पर दो युवकों ने हमला किया था.

इस मामले में निकटतम थाने पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था जिसके बाद टीम गठित करके इस घटना से संबंधित पूछताछ और जांच को पूरा करने के बाद यह तथ्य सामने आया है कि विश्वविद्यालय से जुड़े पूर्व विभागाध्यक्ष बी. वेंकटेश्वरन ने ही प्रोफेसर पर हमला कराया. उनके द्वारा दो छात्रों को बुलाकर यहां के स्थानीय लोगों ( गणेश पासी, सूरज दुबे ) की मदद लेते हुए इस घटना को अंजाम दिया गया. 

इस पूरे घटना में आठ लोग शामिल थे जिसमें तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, पांच अन्य लोगों के लिए टीम गठित करके तलाश की जा रहीं है. इस बात के पुख्ता साक्ष्य व प्रमाण मिले हैं कि पूर्व विभागाध्यक्ष ने ही टिकट कंफर्म कराते हुए छात्रों को बुलाकर इस घटना को अंजाम दिया.

इस वजह से कराया तेलुगु प्रोफेसर पर हमला

ADCP ने यह भी स्पष्ट किया है कि पूछताछ और जांच के दौरान यह पता चला कि पिछले साल 1 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकली थी, जिसमें बी. वेंकटेश्वरन मोदगु क़ासिम बाबू को भर्ती कराना चाहते थे. लेकिन वह नियम के विरुद्ध था.

वर्तमान प्रोफेसर सी. श्रीरामचंद्र मूर्ति ने इसका विरोध किया. तभी से विवाद शुरू हो गया  और इस बात को लेकर उन्होंने छात्रों से कहा की ये बहुत परेशान कर रहे हैं. और तभी इस घटना को लेकर पूरी साजिश रची गई.