उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बदायूं जेल से 7 साल पहले फरार हुए और 2 लाख रुपये के इनामी बदमाश सुमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया. सुमित मुरादाबाद और बदायूं दोनों जिलों में हत्या और जेल से फरार होने के मामले में वांछित था. 

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एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुमित कुमार, निवासी नवैनी गद्दी, थाना हजरतनगर गढ़ी (जनपद मुरादाबाद) है.  उसे बरेली-पीलीभीत मार्ग पर मुरादाबाद-लखनऊ हाईवे के नीचे पुलिस ने घेराबंदी कर दबोचा. उस समय वह नेपाल भागने की फिराक में था. 

जेल से फरार हो गया था हत्या का आरोपी 

दरअसल, सुमित ने वर्ष 2015 में मुरादाबाद कचहरी परिसर में कुख्यात अपराधी और तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख योगेंद्र उर्फ भूरा की हत्या कर दी थी. भूरा पर आरोप था कि उसने 2014 में सुमित के बड़े भाई रिंकू की हत्या कराई थी. इस हत्याकांड के बाद सुमित को जेल भेजा गया था जहाँ से वह फरार हो गया था.

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लेकिन 12 मई 2018 को उसने बदायूं जेल से फिल्मी अंदाज़ में फरारी काटी. बताया जाता है कि गोरखपुर निवासी चंदन नामक कैदी ने उसे जेल से भागने की योजना बनाई थी. सुमित रस्सी के सहारे दीवार फांदकर भाग निकला जबकि चंदन भागने में नाकाम रहा. तब से लेकर अब तक सुमित पुलिस की पकड़ से दूर रहा और दिल्ली, मेरठ, तमिलनाडु, असम, ओडिशा और नेपाल तक जाकर छिपता रहा. 

नेपाल में जाकर रहने लगा था आरोपी

सूत्रों के अनुसार, लंबे समय तक भागते-भागते परेशान सुमित अब नेपाल जाकर स्थायी रूप से रहने की योजना बना रहा था. इसी दौरान उसे ट्रक से बरेली के पास उतरा और टनकपुर की ओर जाने वाले वाहन का इंतज़ार कर रहा था. मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया है.

एसटीएफ की इस सफलता के पीछे बरेली फील्ड यूनिट की टीम रही, जिसका नेतृत्व उपनिरीक्षक धूम सिंह कर रहे थे. टीम में उपनिरीक्षक अमित कुमार आरक्षी हरिओम सिंह, कुलदीप कुमार और चालक मनोज अवस्थी शामिल थे.

पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

गिरफ्तारी के बाद सुमित को बदायूं के सिविल लाइंस थाने में दाखिल कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने प्रदेशभर में फरार और इनामी अपराधियों के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़ रखी है.  

बता दें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार साफ कर चुके हैं कि अपराधी या तो जेल जाएंगे या प्रदेश छोड़ देंगे. इसी नीति के तहत एसटीएफ लगातार बड़ी कार्रवाई कर रही है.