Gyanvapi Masjid Latest News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे सर्वे के दरमियान विशालकाय शिवलिंग मिलने की सूचना के बाद अयोध्या के संतों ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी संत समाज ने माना था कि ज्ञानवापी सनातन धर्मावलंबी के धार्मिक स्थल है और इस मामले पर अब मुस्लिम समाज के लोगों को बड़ा हृदय दिखाते हुए अपना कदम पीछे खींचना चाहिए. संतों का कहना है कि इस पूरे मामले पर जल्द ही फैसला हिंदुओं के पक्ष में दिया जाए.

विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने भी अब अपनी प्रतिक्रिया दी है. विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि शिवलिंग का मिलना हमारे संकल्पों की सिद्धि है. इतिहासकारों ने बताया है कि श्रृंगार गौरी के साथ विशाल शिवलिंग ज्ञानव्यापी में है जिसकी पूजा-अर्चना होती रही है. औरंगजेब ने इस ढांचे में बदलाव किया जिसके कारण शिवलिंग तहखाने में रह गया जो आज वजू के स्थान पर मिला है.

शरद शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से 1949 में भगवान राम लला प्रकट हुए थे उसी तर्ज पर आज शिवलिंग प्रकट हुआ है. इसको देखा जाना चाहिए क्योंकि ज्ञानवापी मस्जिद में इस शिवलिंग को काफी लंबे समय से छुपा के रखा गया था.

जांच कमेटी गठित कर सर्वे कराया जाना यह बहुत ही सुखद संयोग रहा. जिस तरह से रामलला का निर्णय आया और अपने स्थान पर रामलला स्थापित हुए उसी तरह काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति होनी चाहिए. क्योंकि यह सनातन धर्मावलंबियों के स्थल पर विदेशी आक्रांताओं द्वारा खड़े किए गए स्थल हैं.  

शरद शर्मा ने कहा कि श्रृंगार गौरी और प्रकट हुए शिवलिंग इस बात के प्रमाण हैं कि हमारे विश्वास सिद्ध हुए हैं.

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