उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में सात अक्टूबर को राजकीय अवकाश की घोषणा की है. श्रावस्ती में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की जयंती के उपलक्ष्य में सात अक्टूबर को राजकीय अवकाश की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि संस्कृति और पर्यटन विभाग के सहयोग से राज्य भर के प्रत्येक मंदिर में रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा. 

Continues below advertisement

इससे पहले सीएम ने ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान से जुड़े विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि शारदीय नवरात्र के हिंदू त्योहार को बाधित करने और आस्था के नाम पर हिंसा व अराजकता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. योगी ने दंगाइयों की तुलना ‘चुंड’ और ‘मुंड’ राक्षसों से करते हुए कहा कि देवी भगवती उन्हें नहीं बख्शेंगी और उनका सर्वनाश कर दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री, श्रावस्ती में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. बरेली में एक दिन पहले शुक्रवार को नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की थी.

Continues below advertisement

योगी ने कहा, 'आपने देखा होगा कि इस्लाम में मूर्ति पूजा का विरोध किया जाता है. यह उनका मामला और उनकी परंपरा है. हम मूर्ति पूजा करते हैं. हम ‘साकार ब्रह्म’ और ‘निराकार ब्रह्म’ की पूजा करते हैं, जिसकी सनातन धर्म अनुमति देता है. कुछ लोग ‘आई लव मोहम्मद’ कह रहे हैं और आगजनी व तोड़फोड़ कर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'वे जानते हैं कि यह शारदीय नवरात्र है, विजयादशमी का अवसर है. अगर वे शारदीय नवरात्र के दौरान अराजकता फैलाते हैं, ‘चुंड’ व ‘मुंड’ जैसे काम करते हैं, तो देवी भगवती इसे बर्दाश्त नहीं करेंगी.' मुख्यमंत्री ने कहा, 'देवी भगवती ऐसे ‘चुंड’ और ‘मुंड’ को कुचलती हैं.'

कोई भी अपनी आस्था के अनुसार कार्यक्रम कर सकता है- CM

उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म के अनुयायी शक्ति प्राप्त करने के लिए देवी दुर्गा की पूजा करते हैं. योगी ने कहा, 'भारतीय संस्कृति जितनी समृद्ध होगी, भारत उतना ही सशक्त होगा, लोक कल्याण और विश्व कल्याण का मार्ग उतना ही सशक्त होगा. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत दुनिया को यही संदेश दे रहा है.'

‘आई लव मोहम्मद’ विवाद: बाराबंकी, मऊ और मुजफ्फरनगर में भी तनाव, बरेली में 8 जिलों से आई पुलिस

उन्होंने कहा, 'लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें शांति और कल्याण पसंद नहीं है. जब भी कोई हिंदू त्योहार आता है, तो उनमें एक गर्माहट पैदा हो जाती है, उनकी गर्मी को शांत करने के लिए हमें ‘डेंटिंग’ और ‘पेंटिंग’ का सहारा लेना पड़ता है.' मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था एक आंतरिक मामला है और यह प्रदर्शन का विषय नहीं हो सकता.

उन्होंने कहा कि कोई भी अपनी आस्था के अनुसार कार्यक्रम कर सकता है, किसी को इससे कोई आपत्ति नहीं है.