UP Politics: यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल के बीच वाकयुद्ध जारी है. सपा नेता अखिलेश यादव के 'PDA की लड़ाई को मजबूत करना हर गठबंधन सहयोगी की जिम्मेदारी है' वाले बयान पर अपना दल कमेरावादी नेता पल्लवी पटेल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'मैं पटेल हूं. पल्लवी पटेल. विश्वासघात हमारे खून में नहीं है.समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से हमारे सिर्फ राजनीतिक रिश्ते नहीं हैं, बल्कि व्यक्तिगत रिश्ते भी हैं.'


सपा विधायक ने कहा कि 'वह मेरे बड़े भाई जैसे हैं और मैं हमेशा उनकी छोटी बहन रही हूं, इसलिए मैं ऐसा नहीं करूंगी.मर्यादा न लांघें.लेकिन, मैं उनसे अनुरोध करूंगी कि वे विश्वासघात जैसे शब्द का प्रयोग न करें.'


पल्लवी ने एमएलसी और लोकसभा चुनाव के संदर्भ में अखिलेश यादव के जवाब पर कहा कि मेरी आपत्ति सिर्फ इस बात पर है कि हमारा नारा PDA है तो वह हर जगह झलकना चाहिए. मैं सिर्फ यह चाहती थी कि PDA के लोग राज्यसभा जाएं. मैं यह नहीं चाहती थी कि मेरी मां या किसी करीबी को टिकट दिया जाए.


राज्यसभा सांसद और सपा नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव के इस बयान पर कि वह वोट दे चाहें न दें, अपना दल कमेरावादी की नेता ने कहा कि उनके बारे में क्या कहें, जिनके बारे में मुलायम सिंह यादव बहुत कुछ कह गए हैं तो मेरा अब कुछ कहना उचित नहीं है.


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वोट नहीं दूंगी- पल्लवी पटेल
इससे पहले राज्यसभा चुनाव में आलोक रंजन और जया बच्चन को उम्मीदवार बनाने के समाजवादी पार्टी के फैसले से नाराज पार्टी विधायक और अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने बुधवार को कहा था कि वह अपना वोट नहीं डालेंगी.


पटेल ने कहा था, 'हम PDA (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की बात कर रहे हैं. रंजन और बच्चन PDA में नहीं हैं. मैं इस ‘धोखे’ के खिलाफ अपना वोट नहीं देने जा रही हूं.'.