चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर सात दिन के अंदर हलफनामा देना या फिर माफी मांगने को कहा है जिस पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष (राहुल गांधी) को माफी मांगने की जरूरत नहीं है. चुनाव आयोग को सबूत देना चाहिए. 

डिंपल यादव ने कहा कि "मैं नहीं समझती कि इस मामले में किसी के माफी मांगने का सवाल उठता है. अगर विपक्ष के नेता को ऐसा लग रहा है कि कहीं ना कहीं वोट की चोरी रही है तो इलेक्शन कमीशन को सबूत के साथ आना चाहिए कि वोट की चोरी नहीं हो रही हैं." 

माफी की जरूरत नहीं- डिंपल यादव

सपा सांसद ने कहा कि "अखिलेश यादव जी ने 18 हजार वोटर्स के एफिडेविट चुनाव आयोग को दिए हैं जिनके वोट काटे गए या जो वोट नहीं दे पाए चुनाव आयोग की खामियों की वजह से. तो जो एफिडेविट दिए गए हैं उसके बावजूद भी वो प्रेस में आकर झूठ बोल रहे हैं ये अपने आप में सवाल उठाता है. मुझे नहीं लगता है कि राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए.  

दरअसल देश की सियासत में इन दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों को लेकर जबरदस्त गहमा गहमी देखने को मिल रही है. इन तमाम आरोपों का जवाब देने के लिए रविवार को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उनके आरोपों को गलत व निराधार बताया. 

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि अगर राहुल गांधी के पास कोई सबूत हैं तो वो सात दिन के अंदर हलफनामा दें नहीं तो उन्होंने पूरे देश से माफी मांगनी होगी. उन्होंने कहा कि बिना हलफनामे के ऐसे संगीन आरोपों पर चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता क्योंकि ये संविधान और चुनाव आयोग दोनों के विरुद्ध होगा. 

महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष

इधर मुख्य चुनाव आयुक्त की पीसी के बाद विपक्षी दल एक बार फिर से चुनाव आयोग पर हमलावर हैं. सूत्रों की माने तो विपक्ष इस मामले पर चुनाव आयोग के विरुद्ध एकजुट होता दिख रहा है और मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी ला सकता है.  

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