उत्तर प्रदेश में इन दिनों ठंड से ज्यादा कोहरे का असर देखने को मिल रहा है. 13 दिसंबर को पूरे दिन दिनभर धुंध छाई रही और 14 दिसंबर की सुबह भी कोहरे और धुंध के साथ ही हुई है. मौसम विभाग IMD के अनुसार 15 दिसंबर तक पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है. 

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हालांकि धुंध के कारण फिलहाल कड़ाके की ठंड नहीं पड़ी है, लेकिन कोहरे और खराब वायु गुणवत्ता ने जनजीवन पर असर डालना शुरू कर दिया है. खासतौर पर दृश्यता कम होने और सांस से जुड़ी परेशानियों का खतरा बढ़ गया है.

पश्चिमी और पूर्वी यूपी में कोहरे का अलर्ट

IMD की भविष्यवाणी के मुताबिक 14 दिसंबर को प्रदेश में मौसम मुख्य रूप से साफ रह सकता है, लेकिन पश्चिमी यूपी के तराई क्षेत्रों में कहीं-कहीं घना कोहरा छाने की आशंका है. वहीं पूर्वी यूपी में कुछ स्थानों पर घना और अत्यंत घना कोहरा रहने का अलर्ट जारी किया गया है. 14 दिसंबर को देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और आसपास के इलाकों में घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है.

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इसके अलावा आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में भी कोहरे का असर दिख सकता है. बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में भी घने कोहरे की चेतावनी दी गई है.

रात में ठंड, दिन में धूप का असर

दिसंबर का आधा महीना बीतने के बावजूद प्रदेश में अभी हाड़ कंपाने वाली ठंड शुरू नहीं हुई है. दिन के समय तेज धूप निकल रही है, जिससे हल्की ठंड का ही एहसास हो रहा है, जबकि रात में ठंड बढ़ रही है. न्यूनतम तापमान की बात करें तो मुजफ्फरनगर में सबसे कम 6.2℃ दर्ज किया गया है. इसके अलावा कानपुर में 6.4℃, बरेली में 7.5℃, बाराबंकी में 7℃ और लखनऊ में 10.5℃ न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड हुआ है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. 15 दिसंबर को भी मौसम साफ रह सकता है, जबकि 16 से 19 दिसंबर के बीच प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और सुबह के समय छिछला से मध्यम कोहरा छा सकता है.

कोहरे के साथ बढ़ा प्रदूषण का खतरा

कोहरे के साथ-साथ वायु प्रदूषण ने भी चिंता बढ़ा दी है. गाजियाबाद में AQI 801, नोएडा में 781, ग्रेटर नोएडा में 780, लखनऊ में 608, कानपुर में 541, वाराणसी में 456 और गोरखपुर में 389 दर्ज किया गया है. कई जिलों में दो दिनों से AQI 350 के आसपास बना हुआ है, जिससे हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. PM 2.5 का स्तर अत्यधिक बढ़ने से दिन में भी धुंध छाई रही और दृश्यता कम हो गई.

विशेषज्ञों के अनुसार AQI का यह स्तर एक दिन में कई सिगरेट पीने जितना नुकसानदायक हो सकता है. यदि PM 2.5 लंबे समय तक ऊंचा बना रहता है, तो बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में सांस संबंधी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी है.