यूपी के ग्रेटर नोएडा में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित परिवारों की सहायता हेतु जिला प्रशासन लगातार सक्रिय है और हर संभव मदद के लिए कृत संकल्पित दिखाई दे रहा है.
इसी क्रम में जिलाधिकारी मेधा रूपम ने प्रभावित परिवारों के लिए बनाए गए शरणालयों व व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने किया शरणालयों का दौरा
वहीं सबसे पहले जिलाधिकारी मेधा रूपम ने सदर तहसील के अंतर्गत सेक्टर-135 स्थित शरणालय का दौरा किया. यहां उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए उपलब्ध कराई गई भोजन, आवास, स्वच्छता, पेयजल, शौचालय और चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया.
इस दौरान सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं. निरीक्षण के दौरान डीएम ने शरणालय में ठहरे परिवारों से बातचीत की. परिवारों ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया.
अस्थाई पाठशाला पहुंची डीएम
जानकारी के अनुसार इसी अवसर पर डीएम ने शरणालय में बच्चों के लिए संचालित अस्थायी पाठशाला का भी निरीक्षण किया. उन्होंने बच्चों से सवाल-जवाब किए और पठन-पाठन सामग्री वितरित की. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों की शिक्षा किसी भी स्थिति में बाधित न हो.
महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डीएम ने सेनेटरी पैड भी वितरित किए और स्वास्थ्य विभाग की टीम को नियमित स्वास्थ्य जांच करने तथा दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए.
इसके अलावा जिलाधिकारी ने सेक्टर-135 में बनाई गई अस्थायी गौशाला का भी निरीक्षण किया. उन्होंने चारा-पानी, पशु चिकित्सा और स्वच्छता की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया, जो कि संतोषजनक पाई गईं.
डीएम ने लोगों को सुरक्षित शरणालयों में जाने के लिए कहा
निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी पुस्ता रोड, सेक्टर-150 भी पहुंचीं. वहां उन्होंने असुरक्षित स्थानों पर टेंट लगाकर रह रहे लोगों को प्रशासन द्वारा बनाए गए सुरक्षित शरणालयों में शिफ्ट होने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि शरणालयों में भोजन, पानी, चिकित्सा और सभी मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह उपलब्ध कराई गई हैं.
साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित परिवारों को शरणालयों में स्थानांतरित करने के लिए लगातार प्रेरित किया जाए. निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार प्रतीक चौहान, जिला पूर्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे.