UP News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुफ्त में मिलने वाली योजना को भले ही मार्च तक बढ़ा दिया है, लेकिन राशन प्रकिया को लेकर राशन डीलर के साथ-साथ गरीब लोग भी परेशान हैं. दरअसल 60 साल से ऊपर के व्यक्ति के फिंगरप्रिंट मैच में होने की वजह से बहुत से पात्र राशन की दुकानों से खाली हाथ वापस लौटने को मजबूर हैं. राशन डीलर्स के मुताबिक इसके अलावा सर्दियों में ये दिक्कत और भी बढ़ जाती है.
इस वजह से हो रही दिक्कतइसको लेकर ताजा मामला शामली में सामने आया है, जहां वितरण प्रणाली में खामियां होने की वजह से पात्रों को राशन नहीं मिल पा रहा है. इसकी वजह सर्दी और उम्र बताई जा रही है. दरअसल 60 साल से ऊपर के व्यक्ति के फिंगरप्रिंट मैच नहीं हो रहे हैं, जिसकी वजह से राशन डीलर उन्हें राशन नहीं दे रहें. लोगों का कहना है कि सरकार फ्री राशन दे रही है, लेकिन यहां राशन डीलर फिंगरप्रिंट न मिलने की बात कहकर वापस लौटा रहे हैं.
20 से 30 फीसदी लोगों को नहीं मिल रहा लाभशामली जनपद में सैकड़ों की संख्या में राशन डीलरशिप है, लेकिन यहां 20 से 30 फीसदी ऐसे पात्र व्यक्ति हैं जो सरकार की इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस योजना को परवान चढ़ाने के लिए अधिकारियों को फीगरप्रिंट न मिलने की समस्या का समाधान या फिर दूसरा विकल्प तलाशना चाहिए.
फिंगरप्रिंट मैच नहीं होने पर ऐसे लें राशनएक राशन डीलर का कहना है कि मेरे पास लगभग 437 कार्ड हैं जिसमें से 20 से 30 फीसदी लोगों को फिंगरप्रिंट नहीं आते हैं और काफी समस्या झेलनी पड़ती है. राशन डीलर ने बताया कि सर्दियों में फिंगरप्रिंट की काफी समस्या आती है. बर्तन धोने की वजह से उनके उंगलियों के निशान मिट जाते हैं और फिंगरप्रिंट नहीं आते हैं. जिसके बाद उनके परिवार में से किसी और सदस्य को बुलाकर राशन दे देते हैं. लेकिन अगर परिवार में से कोई नहीं है तो उनको अगले महीने का इंतजार करना पड़ता है. बिना फिंगरप्रिंट के राशन नहीं दिया जाता है. अगर परिवार के किसी भी सदस्य का फिंगरप्रिंट नहीं मिला तो एक तारीख फिक्स कर रखी है जिन को बुलाकर आधार कार्ड से ओटीपी लेकर उनको राशन वितरित किया जाता है.
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