UP News: यूपी सरकार (UP Government) भले ही सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने के तमाम दावे कर रही है लेकिन अधिकारियों और बिचौलियों की लापरवाही की वजह से सरकार की मंशा पूरी होती नहीं नजर आ रही है. हालत ये है कि प्रदेश में स्कूल (UP Government School) खुले तीन महीने गुजर चुके हैं लेकिन रायबरेली (Raebareli) जनपद के किसी भी सरकारी स्कूल में अब तक नई किताबें नहीं पहुंची हैं. ये सब तब है जब नया सत्र अप्रैल-मई से ही शुरू हो गया था. 

स्कूलों में अब तक नहीं पहुंची नए सत्र कि किताबें

नए सत्र की शुरुआत हुए काफी समय गुजर चुका है लेकिन स्कूलों में अभी तक नई किताबें नहीं पहुंची हैं. बिना किताबों के बच्चों को स्कूल में पढ़ने में तो दिक्कत हो ही रही है वो घर पर भी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. शहर के बेलीगंज विद्यालय में पुरानी किताबों के सहारे ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. ये हाल तब है जब स्कूलों तक बच्चों को लाने के लिए बच्चों अधिकारियों और सरकार को तरह-तरह के हथकंडे भी अपनाने पड़ रहे हैं ताकि बच्चे नियमित रूप से स्कूल आए और अपनी पढ़ाई करें, लेकिन सवाल ये है कि जब उनके पास किताबें ही नहीं होंगी तो वो क्या पढ़ाई करेंगे.Bareilly News: 11 साल बाद हिन्दू युवक ने की 'घर वापसी', मोहम्मद सुहेल से बन गए सौरभ रस्तोगी

बीएसए ने दी ये सफाईवहीं इस बारे में जब बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने सफाई दी कि दो दिन पहले ही यहां करीब 80 हजार किताबें आ चुकी है. उनका सत्यापन कराकर वितरण की प्रक्रिया शुरू कराई जा रही है. जनपद में कुल लगभग दो लाख 85 हजार के आसपास बच्चे हैं. जिनकी पढ़ाई अभी तक पुरानी किताबों से कराई जा रही है. किसी तरह की कोई असुविधा पढ़ाई को लेकर नहीं है. जैसे ही किताबें आती हैं वितरण करा दिया जाएगा. 

ये भी पढ़ें-