22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है. यूपी DGP प्रशांत कुमार ने सभी जोनल एडीजी, पुलिस कमिश्नरों और जिलों के एसएसपी-एसपी को खास निर्देश जारी किए हैं जिसमें कहा गया है कि प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और सुरक्षा के सभी इंतजाम पुख्ता किए जाएं. साथ ही डीजीपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की निर्वासन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब केवल एक पाकिस्तानी नागरिक बचा है जो 30 अप्रैल 2025 को अपने देश लौट जाएगा.
बॉर्डर इलाकों पर दें विशेष ध्यानडीजीपी ने बॉर्डर इलाकों पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है. नेपाल सीमा से लगे जिलों में एसएसबी के साथ मिलकर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है. टोल प्लाजा और प्रमुख चेक पोस्टों पर भी सघन चेकिंग के आदेश दिए गए हैं. बता दें यूपी में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराईच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर और महराजगंज ये सात जिले हैं जिनकी सीमा नेपाल से लगती है.
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संवेदनशील जगहों पर बढ़ेगी सुरक्षा बलों की तैनाती डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल और पीएसी की तैनाती बढ़ाई जाएगी. इन जगहों पर राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला जाएगा और सभी सीसीटीवी कैमरों को एक्टिव मोड में रखने को कहा गया है. ड्रोन से भी निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जा सके.साथ ही धार्मिक स्थलों के आसपास गश्त बढ़ाने और किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री चस्पा न हो, इसके लिए खास तौर पर सुबह-शाम चेकिंग पार्टी भेजने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
कश्मीरी लोगों की सुरक्षा का रखें विशेष ध्यानडीजीपी ने कश्मीरी छात्रों, पर्यटकों और व्यापारियों की सुरक्षा पर भी खास ध्यान देने को कहा है ताकि उनके खिलाफ किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो. मॉल, मल्टीप्लेक्स और भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी पुलिस बल बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं.उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी. सभी होटल, गेस्ट हाउस और नए किरायेदारों का पुलिस वेरिफिकेशन भी अनिवार्य कर दिया गया है.साथ ही प्रदेशभर में पुलिस को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. सभी अफसरों को निर्देश दिया गया है कि वे हालात पर लगातार नजर रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करें.