Hathras Antim Vidayi: यूपी के हाथरस (Hathras) जनपद का एक और जवान लेह में पैराशूट की ट्रेनिंग (Parachute Training) के दौरान शहीद हो गया. ट्रेनिंग के दौरान जवान का पैराशूट (Parachute) नहीं खुला जिससे ये हादसा हो गया. ये खबर जैसे ही शहीद के घर पहुंची तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया. शहीद सूरजपाल पचौरी का शव जब उनके पैतृक आवास पर पहुंचा तो उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों लोग पहुंचे और नम आंखों से शहीद के अंतिम विदाई दी.
पैराशूट न खुलने से कमांडो शहीददरअसल हाथरस जिले के गांव नंदराम नगरीया निवासी सूरजपाल पचौरी भारतीय थल सेना में कंमाडो के पद पर आगरा में तैनात थे. इन दिनों उनकी लेह में ट्रेनिंग चल रही थी. शनिवार दोपहर करीब एक बजे सूरजपाल पैराशूट का प्रशिक्षण हासिल करते हुए पैराशूट लेकर नीचे कूदे लेकिन उनका पैराशूट नहीं खुल पाया, जिसकी वजह से वो शहीद हो गए. शहीद जवान सूरज के तीन बच्चे थे. वो अपने पीछे पत्नी और माता-पिता को बिलखता हुआ छोड़ गए. कमांडो सूरजपाल के पार्थिव शरीर आने की सूचना मिलते ही गांव ही नही आसपास रहने वाले हजारों लोग शहीद को नमन करने आ गए.
लेह में युद्ध अभ्यास के दौरान शहीद हुए कमांडो का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर दे कर किया गया. अंतिम संस्कार में शामिल हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. और इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए. इस दौरान हाथरस विधायक अंजुला माहौर ने शहीद जवान के बच्चों को गले लगा लिया. देश के लिए हर पल अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीद के लिए सभी की आंखों में आंसू दिखाई दिए.
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान से सर्जिकल स्ट्राइक में अपने शहीदों का बदला लेने गए हाथरस के सादाबाद क्षेत्र के गांव खेड़ा बरामई के रहने वाले कमांडो हरवीर सिंह भी एलएसी लद्धाख में युद्ध अभ्यास के दौरान पैराशूट न खुलने से शहीद हो गए थे.
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