UP News: हमीरपुर में बीते सालों का रिकार्ड तोड़ते हुए बाढ़ की विभीषिका ने खासी तबाही मचाई हुई है. बीते 40 सालों के दौरान जिस जिस इलाके में पानी नहीं पहुंचा था आज वहां पानी भर गया है. यमुना ने इतना विकराल रूप लिया की तटबंध के ऊपर से ओवरफ्लो हो गई है और पानी भीतर ही भीतर बस्तियों को जलमग्न करता हुआ बेतवा में जा मिला है. वहीं यमुना का पानी नेशनल हाईवे के ऊपर से गुजर रहा है. जिसके साथ ही हमीरपुर में हैवी वाहनों का प्रवेश निषेध कर दिया गया है. प्रशासन ने मुनादी कराते हुए लोगों से ऊंचे इलाकों में जाने की अपील की है.
1983 में आई थी बाढ़हमीरपुर में यमुना 107 मीटर पर बह रही हैं. जो समुद्र का रूप ले लिया है. मुख्यालय से सटे दर्जन भर गांवों और डेरों में पानी भर गया है. लोग अपना घर छोड़ कर सड़कों पर जीवन यापन कर रहे हैं. जिसकी वजह से हाइवे पर मेले जैसा नजारा देखने को मिल रहा है. सड़कों के किनारे जगह-जगह जानवर बंधे हैं. तो वहीं जगह-जगह पन्नी के तम्बू भी दिखाई दे रहे हैं. हालांकि प्रशासन ने शहर में तीन जगह बाढ़ राहत शिविर भी बनाए हुए हैं. इसके बाद भी लोग सड़कों पर हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों का कहना है इससे पहले 1983 में ऐसी बाढ़ आई थी. जिसका रिकार्ड इस बार टूट रहा है.
क्या कहा कमिश्नर और डीआईजी ने?हमीरपुर में कमिशनर और डीआईजी ने बाढ़ प्रभावित गावों का एनडीआरएफ की टीम के साथ जायेजा लिया है और लोगों से अपील की है कि प्रशासन हर हालात में उनके साथ हैं. सूचना दिए जाने पर हर तरह की राहत फौरन पहुंचाई जाएगी. कमिश्नर और डीआईजी ने बताया कि दर्जन भर गांवों से और डेरों से बहुतायत में लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा चुका है. कुछ लोग अपने घरों की रखवाली के लिए रुके हैं. इस दौरान अगर कोई परेशानी आती है तो उनको भी निकाल लिया जाएगा.