Etawah News: इटावा जिलाधिकारी अवनीश राय ने जनपद में वोटर कार्ड (Voter Card) को आधार (Aadhar Card) से लिंक करने के अभियान का शुभारंभ किया. केके महाविधालय में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने आधार से वोटर को लिंक कराया. फर्जी वोटिंग रोकने के लिये वोटर कार्ड से आधार को लिंक करने का फैसला निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने लिया है. 1 अगस्त से 31 दिसंबर तक ये अभियान चलेगा. इसके तहत घर-घर जाकर बीएलओ मतदाताओ से फॉर्म भरवाएंगे.
इटावा में अभियान की शुरुआतजिलाधिकारी ने वोटरों से अपील करते हुए कहा कि अपने मत का दुरुपयोग रोकने के लिये सभी लोग अपने वोटर कार्ड को आधार से अवश्य लिंक करा लें. जनपद में कुल 12 लाख 4 हज़ार 180 मतदाता है जिनमें 6 लाख 47 हज़ार 679 पुरुष मतदाता है, जबकि 5 लाख 56 हज़ार 463 महिला मतदाता है. वही 38 हजार तृतीय लिंग मतदाता है. आधार से वोटर को लिंक करने के लिए 1444 बीएलओ और165 सुपरवाइजर इस कार्य के लिए नियुक्त किए गए हैं.
वोटर कार्ड से आधार कार्ड को लिंक कराने के निर्देशभारत निर्वाचन आयोग ने आधार कार्ड को वोटर कार्ड से लिंक कराने के लिए निर्देश दिए हैं जिसके चलते जनपद इटावा में आज इसका शुभारंभ किया गया. ये अभियान 1 अगस्त से 31 दिसंबर 2022 तक चलाया जाएगा. डीएम अवनीश राय ने कहा कि आधार से वोटर कार्ड को लिंक कराने का कार्य पूरी तरह से मतदाताओं की स्वेक्षा पर निर्भर करेगा. जो मतदाता अपने वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराना चाहता है वो बीएलओ के माध्यम से फॉर्म भर कर अपना आधार से वोटर कार्ड लिंक करा सकता है अभी इस कार्य के लिए सरकार की तरफ से कोई अनिवार्यता नहीं की गई है.
घर-घर जाकर लिंक किया जाएगा आधार
विधानसभा निर्वाचन लिस्ट में सम्मिलित मतदाताओं से स्वैच्छिक तौर पर आधार नंबर घर घर जाकर बीएलओ के माध्यम से लिए जा रहे हैं जिसका उद्देश्य निर्वाचकों की पहचान स्थापित करना एवं एक से अधिक बार की जाने वाली फर्जी वोटिंग को रोकना है. इटावा में कुल 3 विधानसभा, इटावा सदर, जसवंतनगर एवं भरथना हैं. जिसके लिए 962 मतदान केंद्र स्थापित हैं. जिसमें 1444 मतदेय स्थल है. निर्वाचन आयोग ने आधार नंबर एकत्र करने के लिए फार्म 6 बी निर्धारित किया है जिसको लेकर संबंधित क्षेत्रों में बीएलओ घर घर जाकर मतदाताओं से उनकी स्वेक्षा के अनुसार आधार नंबर एकत्रित करेंगे. यदि किसी मतदाता के पास आधार नंबर नहीं है तो वह भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 11 विकल्पों में से कोई भी एक आईडी नंबर दे सकता है.
कॉलेज से अभियान की शुरुआतजिलाधिकारी अवनीश राय ने कहा कि जनपद के सभी मतदाता बढ़-चढ़कर अपनी मर्जी से आधार कार्ड को वोटर कार्ड से जोड़ने का काम करें जिससे कि चुनाव में होने वाले फर्जी मतदान को काबू किया जा सके. इस अभियान के लिए कॉलेज का चयन इसलिए किया गया ताकि यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अपने मताधिकार के महत्व को समझें एवं अपने परिवार के लोगों को वोट की ताकत एवं उसके महत्व को समझा सकें.
इस कार्य में जुटी महिला बीएलओ विनीता ने बताया कि हम लोग घर घर जाकर मतदाताओं से उनकी इच्छा अनुसार आधार नंबर एवं वोटर कार्ड नंबर एक फार्म पर ले रहे हैं यदि किसी वोटर के पास आधार कार्ड नहीं है तो वह अपनी मर्जी से किसी अन्य दूसरे आईडी प्रूफ को दे सकता है. इस कार्य में लोगों का पूरी तरह सहयोग मिल रहा है. फार्म भरने के बाद लिस्ट को ऑनलाइन करके आधार कार्ड एवं वोटर कार्ड को लिंक अप किया जा रहा है.
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