Bareilly News: यूपी के बरेली में आईजी रमित शर्मा ने नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की है. सबसे पहले आईजी ने अपने कार्यालय में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को नशा न करने की शपथ दिलाई और इसके दुष्प्रभावों को लेकर समझाया. आईजी रमित शर्मा ने कहा कि मादक पदार्थों के इस्तेमाल से परिवार और जिंदगी दोनों बर्बाद हो रहे हैं इसलिए जिंदगी को हां और नशे को ना कहिए. जिंदगी में कभी भी नशीली दवाओं या किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ का सेवन न करें.
नशा मुक्ति के लिए आईजी की पहल
आईजी रमित शर्मा ने पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए नशीली दवाइयों के दुष्प्रभाव के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी जब खुद जागरूक होंगे तो ही वो आम जनता को जागरुक रख सकेंगे. आईजी ने कहा कि नारकोटिक्स विभाग भी नशा मुक्ति अभियान चला रहा है उसी अभियान के तहत हमने भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है.
पुलिस की सराहनीय पहलदेश भर में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए बदनाम बरेली को अब नशे से मुक्ति दिलाने के लिए बरेली पुलिस की ये पहल सराहनीय है. बरेली के तस्कर नेपाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ से अफीम खरीदकर लाते है और फिर बरेली में उसकी स्मैक बनाई जाती है. कहा जाता है की बरेली के तस्कर स्मैक बनाने के एक्सपर्ट है. यही वजह है कि नेपाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ से अफीम लाकर बरेली में स्मैक बनाई जाती है. बरेली का फरीदपुर, फतेहगंज पश्चिमी, फतेहगंज पूर्वी, फरीदपुर और सिरौली मादक पदार्थों की तस्करी के लिए देश भर में बदनाम है.
यहां आए दिन अन्य राज्यों की पुलिस छापेमारी करती रहती है. ऐसा नहीं है कि बरेली पुलिस ड्रग्स माफियाओं पर कार्रवाई नहीं करती है. आईजी रमित शर्मा के निर्देश पर पिछले एक साल में पुलिस ने रेंज के चारों जिलो शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं और बरेली के 500 तस्करों को गिरफ्तार किया है जबकि 150 करोड़ की संपत्ति को जमींदोज किया गया है या सीज किया गया है.
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