लद्दाख को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर एक्टिविस्ट और पर्यावरणविद सोनम वांगचुक के धरना प्रदर्शन के दौरान जमकर हिंसा हुई. इस कारण ही उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. अब सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर अपना दल (कमेरावादी) की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. पल्लवी पटेल ने इस गिरफ्तारी को शर्मनाक बताया है.

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एक्टिविस्ट और पर्यावरणविद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर पल्लवी पटेल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, "लद्दाख की आवाज को दबाने की कोशिश आज पूरे देश देख रहा है. सोनम वांगचुक, जो न सिर्फ़ पर्यावरणविद् हैं बल्कि शिक्षा सुधार और टिकाऊ विकास के प्रतीक बन चुके हैं, उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है."

"सोनम वांगचुक को जेल में डालना अन्याय"

पल्लवी पटेल ने कहा कि, वे (सोनम वांगचुक) वर्षों से हिमालय और लद्दाख़ की नाजुक पारिस्थितिकी को बचाने, स्थानीय लोगों के अधिकारों की रक्षा करने और संविधान के दायरे में रहकर शांति से आंदोलन करने का काम कर रहे हैं. ऐसे व्यक्ति को जेल में डालना अन्याय ही नहीं, बल्कि उन लाखों लोगों की उम्मीदों को कुचलना है जो आज जलवायु संकट और रोज़गार की लड़ाई लड़ रहे हैं.

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"क्या असहमति को माना जाएगा देशद्रोह"

सिराथू विधायक ने सवाल किया है कि, क्या कारगिल युद्ध के सफल ऑपरेशन बाद महावीर चक्र से सम्मानित भारतीय सेना(असम रेजिमेंट एवं लद्दाख स्काउट्स) के एक भूतपूर्व सैनिक के खिलाफ सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम सही है? क्या जनता की आवाज़ उठाना अब अपराध हो गया है? क्या पर्यावरण और संविधान की रक्षा करने वालों को जेल में डाला जाएगा? क्या हर असहमति को देशद्रोह मान लिया जाएगा?

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