Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लोकसभा के चुनाव होने में वैसे तो अभी वक्त है, लेकिन जिस तरीके से शिक्षक-स्नातक खंड की विधान परिषद की 5 सीटों के नतीजे आ रहे हैं उसे यूपी की 40 सीटों का ट्रेलर माना जा रहा है. भले ही विधान परिषद की 5 सीटों पर चुनाव हुए हो, लेकिन इसमें प्रदेश की 80 में से लगभग 40 लोकसभा सीटें आती हैं, जहां ये चुनाव हुए.


अगर विधानसभा सीटों की बात करें तो लगभग 206 सीटें इन 39 जिलों में आती हैं, जहां पर यह चुनाव हुए हैं. एमएलसी चुनाव की इन 5 सीटों के नतीजों को 40 सीटों का ट्रेलर माना जा रहा है और इसलिए हर सियासी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहा है. उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 5 सीटों के लिए बीती 30 जनवरी को वोट डाले गए थे, इनमें शिक्षक खंड निर्वाचन की 2 सीट और स्नातक खण्ड निर्वाचन की 3 सीटें शामिल रहीं.


यह चुनाव वैसे तो 5 सीटों के लिए हुए हैं, लेकिन इसके परिणाम 2024 से पहले उत्तर प्रदेश की आधी यानी 40 लोकसभा सीटों का ट्रेलर पेश करेंगे, क्योंकि विधान परिषद की 5 सीटों के लिए प्रदेश के 39 जिलों में वोटिंग हुई और इनमें लगभग 40 के आसपास लोकसभा सीटें आती हैं इसीलिए इस एमएलसी चुनाव का परिणाम 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले काफी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि सियासी मैदान पर राजनीतिक दल इस परिणाम के सामने आने के बाद अपनी स्ट्रेटजी में कुछ बदलाव करते भी दिख सकते हैं.


इन सीटों के रिजल्ट को 40 सीटों का माना जा रहा ट्रेलर
दरअसल, इन 5 सीटों के लिए जिन जिलों में वोटिंग हुई उनमें से ज्यादातर लोकसभा सीट भी है, इसलिए इन 5 सीटों का परिणाम 40 लोकसभा सीटों के ट्रेलर के तौर पर भी देखा जा रहा है. वैसे भी शिक्षक-स्नातक एमएलसी के चुनाव में प्रबुद्धजन वोट करते हैं और इस चुनाव का परिणाम यह भी बताने के लिए काफी होगा कि 2024 से पहले यह प्रबुद्ध वर्ग यूपी में किसे पसंद कर रहा है. हर सियासी दल इन 5 सीटों पर अपनी-अपनी जीत के दावे भले कर रहा हो, लेकिन सभी को इंतजार नतीजों का है.


बीजेपी सभी सीटों पर अपनी जीत का दावा कर रही है, उसका कहना है कि 2024 से पहले ये नतीजे विपक्षी दलों को उनकी हकीकत बता देगी. हालांकि ये चुनाव जितना सत्ताधारी बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण समाजवादी पार्टी के लिए है. क्योंकि अगर उसे एक सीट पर भी जीत मिल जाती है तो विधान परिषद में वह नेता विरोधी दल की कुर्सी पा सकेगी और इसीलिए इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी हालांकि समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य कह रहे हैं कि उनहें लोकतंत्र पर भरोसा है और परिणाम आने दीजिए उसके बाद ही इस पर कुछ कहा जाएगा.


इतना ही नहीं इन 5 सीटों में प्रदेश के लगभग 206 विधानसभा सीटें भी आती हैं. अगर कानपुर उन्नाव सीट की बात करें तो यहां विधानसभा की कुल 20 सीटें प्रयागराज झांसी की बात करें तो यहां विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं. बरेली मुरादाबाद सीट की बात करें तो यहां पर कुल 52 सीटें विधानसभा की आती हैं और गोरखपुर सीट की बात करें तो यहां पर कुल 94 विधानसभा की सीटें आती हैं. ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद यूपी की 206 सीटों पर लोगों का क्या मूड है वह भी इन नतीजों से पता चलेगा हालांकि इस चुनाव में वोटर भले ही अलग होते हों लेकिन चुनाव कोई भी हो उसके नतीजे सियासत में काफी असर डालते हैं.


यह भी पढ़ें:-


UP MLC Election Results 2023 Live: यूपी MLC चुनाव के नतीजों के रुझान आने शुरू, मतगणना स्थल पर सपा-BJP समर्थकों का हंगामा