MLC Election 2022: एटा (Etah) जनपद में आज एमएलसी चुनाव (MLC Election) के नामांकन पत्र की जांच के दौरान फिर जमकर बवाल हो गया. रिटर्निंग अफसर के रूम में जाते समय बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों, विधायक वीरेंद्र लोधी और एमएलसी पद के बीजेपी प्रत्याशी आशीष यादव ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एमएलसी प्रत्याशियों को रोक दिया.
क्या है मामलाबीजेपी नेताओं ने सपा के एमएलसी के दोनों प्रत्याशियों उदयवीर सिंह धाकरे और राकेश यादव को रिटर्निंग अफसर के रूम में जाने से रोक दिया. इसके अलावा उनके एक अधिवक्त को रिटर्निंग अफसर के रूम के अंदर जाने से रोका और उसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के सामने ही दौड़ा-दौड़ा कर जमकर पीटा. वर्तमान में सपा एमएलसी और एमएलसी पद के प्रत्याशी उदयवीर सिंह और उनके अधिवक्ता संजीव कुमार के कपड़े फाड़ डाले. इस बीच सपा के दोनों प्रत्याशी किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे.
21 मार्च को हुआ था बवालउत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद एमएलसी के चुनावों में भी जमकर हिंसा हुई. एटा जनपद में कल एमएलसी पद के सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश यादव के पर्चे छीनने को लेकर हुआ था. उस दौरान बवाल, मारपीट और लाठी चार्ज हुआ. जिसके बाद आज जब नामांकन पत्रों की जांच के लिए ये दोनों प्रत्याशी एटा के एमएलसी चुनाव के रिटर्निंग अफसर जिला अधिकारी अंकित अग्रवाल के रूम में जा रहे थे. तभी पुलिस की और प्राशसन की मौजूदगी में बीजेपी के कार्यकर्ताओं और मारहरा से विधायक वीरेंद्र लोधी और वर्तमान में बीजेपी के एमएलसी के बीजेपी प्रत्याशी आशीष यादव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर इनको रिटर्निंग अफसर के रूम में जाने से जबरन रोका. इस बीच दोनों सपा प्रत्याशियों को जिला अधिकारी के आवास के ठीक सामने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और कपड़े फाड़ दिए. दोनों सपा प्रत्याशी अपनी जान बचाने के लिए पुलिस फोर्स की ओर भागे लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनकर सब कुछ देखती रही.
सपा प्रत्याशी ने प्रशासन पर लगाया आरोपइस बीच सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह धाकरे ने बताया कि इस पूरे मामले में एटा के जिला अधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी उतने ही दोषी हैं जितने बीजेपी के गुंडे. उन्होंने कहा कि इन दोनों अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड किया जाए. उदयवीर सिंह ने कहा कि जिला अधिकारी एटा और एसएसपी एटा दोनों ने आपराधिक षड्यंत्र करके हमपर हमला कराया है. हमारे पर्चे खारिज कराने का षड्यंत रचा है. बीजेपी के गुंडों के साथ-साथ ये भी उतने ही दोषी हैं. दोनों का तत्काल सस्पेंशन होना चाहिए. मैं बाई नेम इनके खिलाफ केस करूंगा क्योंकि इन्होंने बार-बार विश्वास दिलाया और कोई सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया.
सीएम पर भी लगाया आरोपसपा प्रत्याशी ने कहा कि ये मिले हुए थे. योगी आदित्यनाथ गुंडागर्दी की बात करते हैं. जो गुंडा दिखता है उसे पालकर अपने पास बिठा लेते हैं. ये जो आशु है ये बीजेपी का सदस्य भी नहीं था, उसकी गुंडागर्दी की ताकत उनको महसूस हुई होगी. जिससे रातोंरात टिकट दे दिया और सारे बीजेपी के नेता यहां बिचारे मुंह लटकाए हुए रह गए चुनाव लड़ने के लिए. जिस तरीके से निर्विरोध कराया गया क्योंकि वे जानते थे कि ये चुनाव नहीं लड़ सकते, जनता के बीच जाएंगे तो हार जाएंगे. इसलिए हमारी मांग है कि ये चुनाव रद्द किया जाए और इन डीएम-एसएसपी का सस्पेंशन हो और चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एटा एसएसपी ने उनसे कहा कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि यहां पर चुनाव हो.
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