Shahjahanpur News: शाहजहांपुर में ब्राह्मण समाज उत्तर प्रदेश का 33वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. सामाजिक समरसता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने शिरकत की. ब्राह्मण समाज ने वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का जोरदार स्वागत किया. कार्यक्रम में मौलवियों की तर्ज पर मंदिर के पंडित- पुरोहितों को सैलरी और भत्ता की मांग की गई. मंत्री सुरेश खन्ना को मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में शाहजहांपुर जनपद का नाम बदलने, संस्कृत भाषा को राष्ट्र स्तर पर बढ़ावा देने, जर्जर हो चुके मंदिरों का पुनरुद्धार करवाने, संस्कृत महाविद्यालयों की स्थापना, मंदिरों में बिजली कनेक्शनों के बिल माफ किए जाने की मांग शामिल थी. कोने-कोने से आए ब्राह्मणों ने एक स्वर में सभी मांगों को तत्काल संज्ञान लेकर लागू करने की वकालत की.
ब्राह्मण समाज उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए वित्त मंत्री
सामाजिक समरसता कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ जनों को सम्मानित किया गया. शाहजहांपुर सांसद अरुण सागर, राज्यसभा सांसद मिथिलेश कुमार, एमएलसी सुधीर गुप्ता भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे. मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए वित्त मंत्री ने संबोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज की तरफ से सामाजिक समरसता कार्यक्रम का आयोजन अनुकरणीय है. वित्त मंत्री से पूछा गया कि सरकार क्या मंदिरों के पंडित और पुरोहितों को सैलरी-भत्ता देने पर विचार करेगी?
मंदिर के पंडित-पुरोहितों को सैलरी और भत्ता की मांग पर क्या बोले सुरेश खन्ना
उन्होंने कहा कि समाज में कई मुद्दों पर बराबरी के विचार सोचे और समझे जाते हैं. अगर किसी भी एक खास वर्ग को इस तरह का लाभ दिया जाता है तो उस पर चिंतन और मनन जरूर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम मौलवियों और पुरोहितों को बराबरी के आधार पर नहीं खड़ा करना चाहते. लेकिन समाज में किसी विशेष वर्ग के लिए या सेक्शन के लिए कोई बात सोची जाए तो दो तरीके से विचार किया जाना चाहिए. वित्त मंत्री मंदिर के पंडित- पुरोहितों को सैलरी और भत्ता की मांग पर गोलमोल जवाब देकर चलते बने.