UP Nikay Chunav 2023: बीजेपी के बागी नेताओं को लेकर मंत्री जयवीर सिंह ने दिया बयान, कहा- 'सभी को टिकट नहीं मिल सकता'
UP Nagar Nikay Chunav 2023: बजरंग दल पर छिड़े विवाद को लेकर यूपी के कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को संकीर्ण मानसिकता से काम नहीं करना चाहिए.

UP Nikay Chunav 2023: यूपी में दूसरे चरण में निकाय चुनाव को लेकर कैबिनेट मंत्री जयवीर सिंह ने कहा की हमारे कोई चुनौती नहीं. हम अपना लक्ष्य हासिल करेंगे, सभी 17 नगर निगम बीजेपी के पास आने जा रहे हैं. हम लोग नगर पालिका और नगर पंचायत में भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे ऐसा हम जनसमर्थन, जन भावना और जन आशीर्वाद के बल पर कह रहे. बरेली की सीट को लेकर जयवीर सिंह ने कहा कि हर चुनाव अपने आप में एक चुनौती होता है. लेकिन बीजेपी हर चुनौती स्वीकार करती है, पूरी गंभीरता के साथ बीजेपी शहरी निकायों में है. पन्ना प्रमुख से लेकर और प्रदेश स्तर तक के सभी नेता अपने अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे. जब कोई काम टीम भावना से किया जाता तो उसके अच्छे परिणाम मिलते हैं.
दूसरे चरण में बागी नेताओं को लेकर जयवीर सिंह ने कहा यह सही है कि जब बड़ा परिवार होता है तो कहीं-कहीं खुटर पटर होती है. सबसे अधिक दावेदार बीजेपी के पास थे, सब को टिकट नहीं दिया जा सकता, किसी एक को ही टिकट मिलना था. स्वाभाविक रूप से गुस्सा नाराजगी थोड़ी बहुत रहती है. सभी कार्यकर्ता अपनी मेहनत, अपने काम, अपनी लंबी सेवा के बल पर चाहते हैं कि उन्हें मौका मिलना चाहिए. हमारे यहां उन्हें मनाने समझाने का प्रयास हर स्तर से किया गया है लेकिन उसके बावजूद भी ऐसे नेता जो बागी हुए उनको निष्कासित करने का काम किया गया. लेकिन जितना बड़ा हमारे पास कार्यकर्ताओं का समूह था उसके सापेक्ष कहें तो बहुत थोड़ी संख्या ऐसे लोगों की रही. ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने हमारे समझाने पर बात को मान लिया.
निकाय चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कम सक्रिय होने पर जयवीर सिंह ने तंज कसते कहा कि अखिलेश यादव बड़े नेता हैं उनको लगता है कि राष्ट्रीय पार्टी है. 2022 के जब विधानसभा चुनाव हुए तो मतदान से पहले ही उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री मान लिया था. आज भी लग रहा कर्नाटक में समाजवादी पार्टी, यहां भी समाजवादी पार्टी फूफा है. क्योंकि उन्हें राजनीति, सत्ता विरासत में मिली इसलिए धरातल पर आने में उनका विश्वास नहीं है, जनता के बीच जाने में विश्वास नहीं है. एसी में बैठकर राजनीति नहीं होती है.
केरल स्टोरी फिल्म को लेकर जयवीर सिंह ने कहा कि उसमे कुछ लोग उच्च न्यायालय में भी गए लेकिन न्यायालय ने भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया क्योंकि उसमें ऐसा कोई अंश नहीं पाया क्या जो आपत्तिजनक हो. क्योंकि सच्चाई पर आधारित वह फिल्म है इसलिए प्रदर्शन के लिए न्यायालय ने अनुमति दे दी है. उससे केरल के जो वासियों की स्थितियां है, जिससे वहां के लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करके जुल्म ज्यादती का खेल किया गया उसकी सच्चाई जनता के सामने आनी चाहिए ऐसा मेरा विश्वास है.
कश्मीर फाइल्स पर भी मची थी हाय तौबा
विपक्ष द्वारा इस फिल्म को 2024 के चुनाव से जोड़ने पर जयवीर सिंह ने कहा कि कश्मीर फाइल्स पर भी इसी तरह हाय तौबा मचाने का काम हुआ था, लेकिन सच्चाई सामने आई. इस बार भी सच्चाई सामने आ रही. जब न्यायालय ने पूरी फिल्म देखी उसके बाद प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया. इसका मतलब सच्चाई से वाकिफ हुए और प्रदर्शन की अनुमति दी तो इस पर कांग्रेस को टिप्पणी का कोई अधिकार नहीं.
बजरंग दल विवाद पर भी दी प्रतिक्रिया
बजरंग दल पर छिड़े विवाद को लेकर जयवीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस को संकीर्ण मानसिकता से काम नहीं करना चाहिए. इसी का परिणाम है कि धर्म विशेष के लोगों को खुश करने का प्रयास किया जाता रहा है जो बहुत गलत है. बजरंगबली हम सब के आराध्य हैं, सबसे शक्तिशाली देवताओं में माना जाता है, जीवंत देवता में उनकी गिनती होती है. उनके अनुयायियों, उनके मानने वालों को अगर कांग्रेस के लोग प्रतिबंध करेंगे तो सिर्फ और सिर्फ एक अल्पसंख्यक वर्ग को खुश करने की कुचेष्टा है जो हिंदू समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.
Source: IOCL





















