UP Lok Sabha Elections 2024: रूधौली विधानसभा से बसपा के टिकट से विधायकी का चुनाव लड़े अशोक मिश्रा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सवर्णों को बसपा पार्टी में टारगेट किए जाने का अशोक मिश्रा ने आरोप लगाया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया फेसबुक पर दयाशंकर मिश्रा के समर्थक दलित समाज को सोच समझकर वोट देने की बात कर रहे हैं. 


बसपा ने कल यानी सोमवार (6 मई) को नामांकन के आखिरी दिन अपना प्रत्याशी बदल कर जिले की राजनीति में भूचाल ला दिया था, जिसके बाद पूर्व बसपा प्रत्याशी दयाशंकर के समर्थकों में गम का माहौल फैल गया. सबसे पहले बस्ती से बसपा ने दयाशंकर मिश्रा को उम्मीदवार बनाया था.


अशोक मिश्रा ने छोड़ी पार्टी 


दरअसल जिले की रूधौली विधानसभा से बसपा के टिकट पर विधायकी का चुनाव लड़ चुके अशोक मिश्रा ने आज बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से बसपा प्रत्याशी दयाशंकर मिश्रा को बस्ती लोक सभा सीट से उम्मीदवार बना कर के, उनकी राजनीतिक हत्या की गई यह बड़ा निंदनीय है. इससे मैं क्षुब्ध होकर के अपने आप को बसपा से अलग कर रहा हूं. अशोक मिश्रा ने कहा कि सवर्णों को बसपा में टारगेट किया जा रहा है. यह बहुत ही दुखद है. क्योंकि एक बार सर्वणों को जोड़ा जाता है फिर उनको निकाला जाता है. 


बसपा ने दयाशंकर मिश्रा का काटा टिकट 


बीजेपी से बागी होने के बाद दयाशंकर मिश्रा ने बसपा का दामन थाम लिया था, वे बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष होने के साथ ही अन्य पदों पर रह चुके थे. बसपा ने अपना टिकट देकर चुनाव मैदान में उतरा था और वे जोर शोर के साथ चुनाव प्रचार में लगे हुए थे, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन बसपा ने दयाशंकर मिश्रा का बस्ती सीट से टिकट ही काट दिया और लव कुश पटेल को अपना प्रत्याशी बना दिया, जिसके चलते दयाशंकर मिश्रा के समर्थकों में रोष व्याप्त है.


(मोहम्मद शादाब की रिपोर्ट)


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