UP Politics: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में एनडीए को हार का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर पूर्ण बहुमत लाने से चूक गई, जिस यूपी में बीजेपी ने सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, वहां सपा-कांग्रेस के गठबंधन ने एनडीए को पछाड़ दिया और इंडिया गठबंधन ने भाजपा को 240 सीटों पर रोक दिया. लेकिन क्या लोकसभा चुनाव के बाद यूपी का मूड कुछ बदला है. क्या अब भी कांग्रेस और सपा के गठबंधन में इतनी ताकत है कि बीजेपी के लिए उसे पछाड़ना मुश्किल है. इन तमाम बातों को लेकर एक सर्वे सामने आया है जिसमें चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं.
लोकसभा चुनाव के आठ महीने बाद इंडिया टुडे और सीवोटर्स का मूड ऑफ द नेशन सर्वे सामने आया है जिसमें उत्तर प्रदेश के सियासी हाल को जानने की कोशिश की गई है. इस सर्वें के मुताबिक उत्तर प्रदे्श में अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो एनडीए गठबंधन इंडिया गठबंधन को पछाड़ देगा. एनडीए को यूपी में 43-45 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि इंडिया गठबंधन को 34 से 36 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
सर्वें में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़ेंलोकसभा चुनाव के बाद यूपी में एक बार फिर से बीजेपी ने अपनी पकड़ मज़बूत की है. भाजपा के वोट शेयर में 4% की बढ़ोतरी हुई है जबकि इंडिया ब्लॉक के वोट शेयर में 2% की गिरावट आई है. ये सर्वे 2 जनवरी से 9 फरवरी के बीच किया गया है. सर्वे के मुताबिक अगर आज लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होती है तो बीजेपी को 40 और उसके सहयोगी दलों रालोद और अपना दल मिलकर 4 सीटें जीत सकते हैं जबकि समाजवादी को 30 और कांग्रेस पार्टी के खाते में 5 सीटें आ सकती है.
बता दें कि 2024 के लोकसभा में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को सबसे ज्यादा 37 सीटों पर जीत मिली है. जिसके बाद सपा यूपी में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, वहीं सपा की सहयोगी कांग्रेस को छह लोकसभा सीटों पर जीत मिली. इस तरह इंडिया ब्लॉक को 43 सीटें मिली. जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को अपने गढ़ उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला, बीजेपी को उम्मीद से काफी कम 33 सीटें मिली और तीन सीटें सहयोगी दलों को मिली थीं. इस तरह यूपी में एनडीए की कुल सीटें 36 हो गई और एक नगीना सीट से आज़ाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आज़ाद ने जीत हासिल की.