कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का आज DGCA द्वारा लाइसेंस को अपग्रेड किया गया है. हवाई अड्डे का एयरोड्रम लाइसेंस 4C-VFR (केवल दिन में लैंडिंग) से अपग्रेड होकर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स (IFR - नॉन-प्रिसिजन अप्रोच रनवे) हो गया है. यहां फ्लाइट अब रात में तथा खराब मौसम में भी लैंड कर सकेंगी.

जैसे ही DGCA ने पत्र लिखकर एयरोड्रम को अपग्रेड करने का पत्र जारी किया उसके बाद एयरपोर्ट कार्यालय में केक काट कर खुशी मनाई गई. DGCA द्वारा पत्र जारी होने के बाद डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने जिलाधिकारी कुशीनगर के X हैंडल पर पोस्ट किया है.

डीएम ने किया ये ट्वीटउन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'सभी जनपदवासियों को यह बताते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का एयरोड्रोम लाइसेंस 4C-VFR (केवल दिन में लैंडिंग) से अपग्रेड होकर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स (IFR - नॉन-प्रिसिजन अप्रोच रनवे) हो गया है.

खराब मौसम में भी लैंड होंगी फ्लाइटअब यहां फ्लाइट रात में तथा खराब मौसम में भी लैंड कर सकेंगी. इससे निकट भविष्य में कुशीनगर की कनेक्टिविटी बढ़ने, पर्यटन के नए अवसर खुलने और जनपद की प्रगति को गति मिलने की उम्मीद है.'

भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने की वजह से कुशीनगर की बौद्ध देशों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत मान्यता है. यहां हर वर्ष लाखों देशी विदेशी पर्यटक भगवान बुद्ध का दर्शन करने आते हैं. कुशीनगर केवल सड़क मार्ग से ही जुड़ा हुआ है. यहां आने का अभी केवल एक मात्र साधन सड़क मार्ग ही है.

उद्घाटन के बाद जागी थी उम्मीदइस एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद से एक उम्मीद जगी थी कि यहां से उड़ान शुरू हो जाएगी लेकिन यह केवल एक सपना बनकर रह गया. हालांकि यहां से कुछ दिन तक दिल्ली की फ्लाइट की उड़ान शुरू हुई थी लेकिन बाद में उसे भी तकनीकी समस्या का हवाला देते हुए बंद कर दिया गया.

कोविड प्रोटोकॉल में छूट के बाद 27.03.2022 को वियतनाम से बौद्ध भिक्षुओं को लेकर एक फ्लाइट लैंड की थी लेकिन यही अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट यहां की अंतिम फ्लाइट रह गई. यह एयरपोर्ट केवल बड़े नेताओं के आने और जाने का मात्र साधन बनकर रह गया. DGCA द्वारा लाइसेंस अपग्रेड करने के बाद एक बार फिर यहां से उड़ान की उम्मीद जानी शुरू हुई है.

राज्यसभा सांसद ने ट्वीट कर दी जानकारीराज्यसभा सांसद आरपीएन सिंह ने अपने अपने X हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए एक और बड़ी उपलब्धि ! DGCA ने कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का एयरोड्रोम लाइसेंस अब 4C-VFR (Day) से अपग्रेड कर 4C-ऑल वेदर ऑपरेशन्स (IFR- नॉन-प्रिसिजन अप्रोच रनवे) की मंजूरी दे दी है.

अब कुशीनगर में उड़ानें रात-दिन के साथ ही खराब मौसम में भी सुगमता से उतर सकेंगी.' स्थानीय बीजेपी विधायक PN पाठक ने भी सोशल मीडिया पर लिखा है. PN पाठक ने बताया है कि जल्द ही इस एयरपोर्ट से उड़ान भी शुरू हो जाएगी.

पीएम मोदी ने किया था उद्घाटनआपको बता दें कि कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन 20 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. उद्घाटन के समय कुशीनगर एयरपोर्ट भारत का 29वां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बना था. इसके उद्घाटन के ऐतिहासिक पल के गवाह के रूप में श्रीलंका के राष्ट्रपति और 125 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहे थे.

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सबसे पहले श्रीलंका से बौद्ध भिक्षु आए थे जिनकी अगवानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद किया था. पूर्व में वर्ष 1948 में कसया में एयरड्रोम (हवाई पट्टी) का निर्माण कराया गया था. हालांकि यहां से कोई उड़ान सेवा शुरू नहीं होने के कारण करीब चार दशक तक हवाई पट्टी बेकार पड़ी रही और उसकी अधिकांश जमीनों पर लोगों ने कब्जा कर लिया था.

मोदी सरकार बनने के बाद इसी एयरपोर्ट को विकसित करके कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्वरूप दिया गया है. इस एयरपोर्ट के उद्घाटन के समय यह कहा गया था कि इसके शुरू हो जाने से बौद्ध सर्किट में पर्यटकों की संख्या को बढ़ावा मिलेगा.

बसपा सुप्रीमों मायावती ने की थी घोषणावर्ष 2008 में कुशीनगर आईं बसपा सुप्रीमो व तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने पर्यटन सुविधा को ध्यान में रखते हुए कुशीनगर विकास प्राधिकरण के गठन तथा हवाई पट्टी को कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की थी लेकिन इसके बाद एयरपोर्ट का निर्माण कार्य ठंडे बस्ते में चला गया. एयरपोर्ट निर्माण के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण करना था जो किसानों के विरोध के कारण अटका रहा.

इस बीच एयरपोर्ट की बाउंड्री टूट गई और रनवे भी खराब हो गया था. इसके बाद वर्ष 2012 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक बार फिर एयरपोर्ट बनने की आस जगी. अखिलेश सरकार ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए धन आवंटित करके एयरपोर्ट शुरू करने की पहल की. 

सीएम योगी ने गंभीरता से की पहलइसके बाद उत्तर प्रदेश में सत्तासीन हुए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शुरू करने के गंभीरता से पहल की. एयरपोर्ट के लिए आवश्यक एटीसी बिल्डिंग का निर्माण शुरू किया और इसके साथ ही इसको इंटरनेशनल लेवल का टर्मिनल बनाने के लिए जापानी तकनीक अपनाई.

एयरपोर्ट के लिए बचे हुए किसानों की जमीन का भी अधिग्रहण किया. केंद्र और प्रदेश सरकार की संजीदगी से काम करने के कारण ही कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार है. अब लोग इस एयरपोर्ट से देश के विभिन्न कोनों के साथ इंटरनेशनल उड़ान शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.