लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटों से ज्यादा समय में कोरोना के 20,510 नए मामले सामने आए हैं. इस बीच प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) ने प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के लौटने पर उन्हें क्वारंटीन करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किए. लक्षण वाले जो व्यक्ति संक्रमित नहीं पाए जाते उन्हें 14 दिन और बिना लक्षण वाले लोगों को 7 दिन के लिए होम क्वारंटीन में भेजा जाएगा.  


व्यवस्था सरकार करेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद जिला अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है. अब सभी जिलों में प्रवासी मजदूरों की आरटी-पीसीआर जांच के साथ चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष रणनीति के तहत युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के हर जिले में क्वारंटाइन सेंटर के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम इन प्रवासी मजदूरों की आरटी-पीसीआर जांच करेगी. जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव होगी, उन मजदूरों के भोजन, क्वारंटाइन और दवाओं की व्यवस्था सरकार करेगी. इसके साथ ही आइसोलेशन सेंटर में 14 दिन निगरानी के बाद इन प्रवासी मजदूरों को परिवहन निगम की बसों से उनके होम डिस्ट्रिक्ट पहुंचाया जाएगा.


मायावती ने की थी ये अपील 
बुधवार को ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार से ये मांग की थी कि गरीबों, वंचितों को कोरोना की वैक्सिन फ्री में लगाई जाए. इतना ही नहीं मायावती ने कहा था कि एक बार फिर देश में पलायन शुरू हो गया है ऐसे में ये जिम्मेदारी सरकारों की है कि वो लौटने वाले लोगों का खाने और आने-जाने का प्रबंध करें. 


9,376 लोगों की हो चुकी है मौत
बुधवार को उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया था कि कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से राज्य में अब तक 9,376 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1,11,835 हो गई है. प्रदेश में 4,517 लोग इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं.


कोरोना संक्रमित हुए सीएम योगी 
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सीएम योगी ने बुधवार को खुद ट्वीट कर ये जानकारी दी थी. उन्होंने कहा कि था ''शुरुआती लक्षण दिखने पर मैंने कोविड की जांच कराई और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मैं सेल्फ आइसोलेशन में हूं और चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहा हूं. सभी कार्य वर्चुअली संपादित कर रहा हूं''


ओपीडी सेवाएं बंद करने का निर्णय
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सात जिलों के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया गया है. अत्यंत जरूरी सर्जरी को छोड़कर शेष सभी प्रकार के ऑपरेशन टालने के निर्देश दिए गए हैं. असाध्य रोगियों की समस्याओं को ध्यान में रखकर सरकार ने ऐसे रोगियों के इलाज की सुविधा पहले की तरह ही जारी रखने के निर्देश दिए हैं.


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