यूपी के ग्रेटर नोएडा में प्राधिकरण ने अतिक्रमण पर कड़ा रुख अपनाते हुए बुधवार को बिसरख के डूब क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की. प्राधिकरण की टीम ने करीब 25 हजार वर्ग मीटर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. बताया जा रहा है कि कुछ कालोनाइजर इस जमीन पर अवैध कॉलोनी विकसित करने की फिराक में थे.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एन. जी. रवि कुमार ने अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश पहले ही जारी कर रखे हैं. इसी क्रम में एसीईओ सुमित यादव ने चेतावनी दी कि बिना अनुमति या बिना नक्शा पास कराए निर्माण करने वालों पर किसी भी सूरत में कार्रवाई की जाएगी.
एसीईओ ने लोगों से की ये अपील
नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ ने लोगों से भी अपील की है उन्होंने कहा है कि जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर भूमि की वैधता की पूरी जानकारी अवश्य लें, ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके.
कार्रवाई के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जीएम एके सिंह ने बताया कि बिसरख गांव के खसरा संख्या 112 और 113 में यह जमीन स्थित है. यहां कालोनाइजर अवैध प्लॉटिंग कर रहे थे, जबकि यह क्षेत्र प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि में आता है.
टीम ने हटवाया अतिक्रमण
अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई में प्राधिकरण की टीम के साथ ओएसडी रामनयन सिंह, वर्क सर्किल-3 के प्रभारी राजेश निम, नागेंद्र सिंह, प्रबंधक रोहित गुप्ता, पुलिस-प्रशासन और पीएसी बल भी मौजूद रहे. मौके पर तीन जेसीबी मशीनें और दो डंपर लगाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया. पूरी कार्रवाई लगभग दो घंटे तक चली.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार ऐसी कार्रवाइयों को अंजाम दे रहा है, ताकि अवैध कॉलोनियों और गैरकानूनी प्लॉटिंग पर रोक लग सके. अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी इस तरह के अतिक्रमण पर निगरानी और कार्रवाई और तेज की जाएगी. यह सख्त कदम प्राधिकरण की ओर से साफ संदेश देता है कि डूब क्षेत्र और अधिसूचित भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.