वाराणसी के विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करने उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची. मंच से छात्रों के उज्जवल भविष्य को लेकर शुभकामनाएं देते हुए वह विश्वविद्यालय के छात्रावास और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर नाराज दिखी. इस बीच प्रदेश सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय विश्वविद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचें.

Continues below advertisement

राज्यपाल की नाराजगी के बाद आनन-फानन में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय निरीक्षण करने पहुंचे. हालांकि बीते वर्ष भी वाराणसी के इसी विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के दौरान उनकी मौजूदगी में बिजली कट गई थी जो चर्चा का विषय बना था.  

छात्रावास की अव्यवस्थाओं पर नाराज हुईं राज्यपाल

 बुधवार (8 अक्टूबर) को वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करने के लिए उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वाराणसी पहुंचीं थीं. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का दीक्षांत समारोह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा था.  

Continues below advertisement

संबोधन के दौरान महामहिम ने छात्रों को उपाधि के लिए बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. इसके अलावा उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रावास और नियुक्ति में अनियमितता को लेकर जमकर नाराजगी जताई. राज्यपाल ने इसके लिए तुरंत एक्शन लेने के निर्देश दिए. वहीं राज्यपाल की नाराजगी से अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में नेताओं से लेकर सभी अधिकारी वहां पर पहुंचे.

विश्वविद्यालय प्रशासन पर स्वच्छता, खान-पान, छात्रावास में ठहरने और नियुक्ति में अनियमितता को लेकर सवाल उठाए. इसके अलावा वह वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के भी छात्रावास की व्यवस्थाओं से नाराज दिखी.

आनन-फानन में निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री 

महामहिम राज्यपाल की फटकार के बाद सरकारी व्यवस्थाओं की किरकिरी होता देख आनन-फानन में सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय विश्वविद्यालय में निरीक्षण करने  पहुंचे, जहां उन्हें छात्रों ने असुविधाओं और अव्यवस्थाओं से अवगत कराया. हालांकि अब देखना यह होगा कि राज्यपाल की फटकार के बाद क्या विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं में कोई सुधार देखने को मिलता है या नहीं.