Kanpur News: कानपुर के विकास को और अधिक रफ्तार देने के लिए सरकार की ओर से सारी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. आने वाला साल 2031 में सरकार का ये प्लान पूरा होकर धरातल पर आ जायेगा. साल 2051 तक के विकास का सपना साकार होगा, इसी रूप रेखा के मंथन को मुखर्जी के सलाहकार अवनीश अवस्थी और आर्थिक सलाहकार केवी राजू ने कानपुर के डीए में कई घंटों तक चर्चा कर अपनी रिपोर्ट तैयार की अब ये रिपोर्ट शासन को भेजने के लिए तैयार है.
एनसीआर की तर्ज पर कानपुर रीजन के विकास को तेजी से बढ़ाने और उसे पूरा करने के लिए कानपुर में मुख्यमंत्री योगी के सलाहकार और आर्थिक सलाहकार कानपुर पहुंचे. जहां केडीए वीसी, नगर निगम ,जिलाधिकारी समेत शहर के अन्य विभागों के सक्षम अधिकारी इस चर्चा में शामिल रहे. वहीं कानपुर विकास प्राधिकरण के द्वारा मस्त प्लान को लखनऊ से आए सलाहकारों के सामने रखा गया और उसकी पूरी रूपरेखा दिखाई गई की शहर के साथ अन्य जिलों के विकास पर कैसे काम किया जाना चाहिए. जिससे कानपुर समेत अन्य जिलों का विकास कैसे होगा? इस रूपरेखा में कानपुर समेत आठ जिलों को शामिल किया गया. जिसमें कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, बांदा, औरैया,कन्नौज और शुक्लागंज जोकि उन्नाव जिले का हिस्सा है शामिल किया गया है.
8 जिलों के विकास को दो भागों में बांटाउन आठ जिलों के विकास को दो भागों में बांटा गया हुआ जिसमें 40 और 60 का ग्राफ तैयार हुआ है. 40 प्रतिशत में सड़कें, अस्पताल, स्कूल शामिल हैं. वहीं 60 प्रतिशत में आवासीय और औद्योगिक इकाइयां शामिल की गई है. साल 2031 तक इस प्लान को पूरा करने का सरकार का सपना है और इसे अधिकारी धरातल पर जल्द ही लाना वाले हैं. वहीं इस विकास को साल 2051 तक की नजर से देखा जा रहा है.
अवनीश अवस्थी ने कहा कि कानपुर का मास्टर प्लान मुख्यमंत्री जी के सामने पेश हो चुका है. कानपुर का मास्टर प्लान 2031 शीघ्र ही स्वीकृत हो जाएगा. जिससे कानपुर के विकास की गति तेज होगी. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों का विस्तार 2051 के दृष्टिगत किया जाएगा, रीजनल प्लान बनाये जाने में सभी विभागों को जोड़कर और सभी जनप्रतिनिधियों एवं अनुभवी व्यक्तियों के सहयोग से इसकी संरचना तैयार करनी होगी.
कानपुर विकास के लिए बड़े बजट की संभावनातकरीबन 4 घंटों तक चली इस बैठक में कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई, सभी को सुचारू रूप से कैसे अमल में लाया जाए इसके लिए कितना पैसा, कितना लेबर और किन किन कंपनियों के माध्यम से इन कामों को पूरा कराया जाएगा, इस पर भी बात की गई. वहीं इसे कामों को करने के लिए सरकार की ओर से बड़े बजट मिल सकता है.
वहीं इसको लेकर रवणीश वस्तु ने ये भी बताया कि डिलाइट नाम की कंपनी इसके लिए रूपरेखा तैयार कर चुकी है और ये कंपनी सरकार की योजनाओं में अहम भूमिका निभाती चली आई है. इस काम को कैसे निर्धारित समय पर पूरा किया जाएगा इस पर बात अभी फाइनल होनी बाकी है. जैसे ही पूरी रिपोर्ट सरकार के सामने रखी जाएगी आखिरी मुहर सरकार की ओर से लगते ही काम शुरू कर दिया जाएगा.
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