समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से 10 बार के विधायक और सांसद रह चुके आजम खान रिहाई के बाद चर्चाओं में हैं. सीतापुर जेल से 23 महीने के बाद सपा नेता लगातार अखिलेश यादव से मुलाकात की वजह से सुर्खियों में हैं. अखिलेश यादव के जेल में न मिलने जाने पर कई सवाल उठे थे.
आज (8 अक्टूबर) को सपा प्रमुख ने आजम खान से रामपुर पहुंचकर मुलाकात की है. उनकी इस मुलाकात पर योगी सरकार में मंत्री नितिन अग्रवाल ने जमकर निशाना साधा है. मंत्री ने कहा कि आजम खान जमानत पर जेल से बाहर आए हैं, तीर्थयात्रा से नहीं.
अखिलेश-आजम की मुलाकात पर मंत्री ने साधा निशाना
आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि आजम खान कोई तीर्थयात्रा पर नहीं गए थे कि उन्हें जेल भेज दिया गया उन पर लगे आरोपों के आधार पर कोर्ट ने उन्हें जेल भेजा था, इसमें केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं थी.
उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि जब आजम खान जेल में थे, तो मीडिया ने उन्हें काफी ज्यादा हाईलाइट किया. अखिलेश यादव उनसे मिलने गए तो उनकी पार्टी के नेता हैं. अब उनका गिला-शिकवा दूर हुआ या नहीं, यह वही बता पाएंगे.
आरोपों के चलते जेल गए थे आजम खान- नितिन अग्रवाल
वहीं, उन्होंने आगे बातीचीत में कहा कि वह उनके पार्टी के एक लीडर हैं, वह मिलने गए हैं तो उनका एक व्यक्तिगत मामला है. मैं यह मानता हूं आजम खान को मीडिया ने कुछ ज्यादा हाईलाइट कर दिया है जो आरोप उन पर लगे थे उन आरोपों के चलते वह जेल में थे.
इस बीच उन्होंने कहा, ऐसा नहीं था कि वे किसी तीर्थयात्रा पर गए थे या किसी अन्य कारण से उन्हें जेल भेजा गया हो. उनको बहुत सारे आरोपों में जेल हुई थी. अब वे बाहर हैं, लेकिन अभी सभी आरोपों से मुक्त नहीं हुए हैं.
सपा प्रमुख की मुलाकात पर मंत्री ने कहा, 'अगर अखिलेश यादव या कोई भी उनसे मिलने जा रहा है वह उनका व्यक्तिगत मामला है. उन्होंने कहा कि, ना सरकार ने उनको जेल भेजा है, ना सरकार ने उनको बरी किया है. यह पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया है-कोर्ट ने सजा सुनाई थी और उसी ने उन्हें जमानत पर रिहा किया है.