UP Electricity Bill: उत्तर प्रदेश में मंहगी बिजली की मार से आम लोगों को राहत देने की तैयारी की जा रही है. बिजली उत्पादन पर फ्यूल सरचार्ज का खर्चा कम होने की वजह से यूपी पॉवर कॉरपोरेशन (UPPCL) ने प्रति यूनिट बिजली दर कम करने का फैसला लिया है. इसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर दुकानदारों, किसानों और उद्योगों के बिजली के बिल में कटौती हो सकती है. यूपीपीसीएल ने इसका प्रस्ताव आयोग का भेज दिया है. प्रस्ताव पर मुहर लगते ही बिजली की दरों में कटौती का आदेश जारी कर दिया जाएगा. 


यूपीपीसीएल के मुताबिक फ्यूल सरचार्ज में अनुमान से 1055 करोड़ रुपये की लागत कम हुई है. जिसे देखते हुए पॉवर कॉर्पोरेशन ने बिजली की दरें घटाने के फैसला लिया है और इससे सबंधित एक प्रस्ताव यूपी विद्युत नियामक आयोग को भेजा है. इसमें 18 पैसों से लेकर 48 पैसे प्रति यूनिट तक कम करने का प्रस्ताव रखा गया है. हालांकि ये कमी सिर्फ दिसंबर तक ही होगी, लेकिन अगर आने वाले समय में भी फ्यूल सरचार्ज कम रहा तो इसकी समयावधि बढ़ाई जा सकती है. 


बिजली दरों में प्रस्तावित कटौती 
यूपीपीसीएल ने जो प्रस्ताव आयोग को भेजा है उसके तहत घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली 18 से 34 पैसे प्रति यूनिट कम करने और दुकानों की बिजली दर 48 पैसे, उद्योगों की बिजली दर 38 पैसे और किसानों की बिजली 30 पैसे प्रति यूनिट कम करने का प्रस्ताव दिया गया है. आयोग से इजाजत मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा. 


विद्युत नियामक आयोग को भेजा प्रस्ताव
यूपी पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के अप्रैल, मई व जून की तिमाही के लिए औसतन 36 पैसे प्रति यूनिट तक की कमी का प्रस्ताव दिया है. नियम के मुताबिक पहली तिमाही के लिए बिजली दरों में कटौती, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर तीन महीने के लिए होनी चाहिए लेकिन इस प्रस्ताव को 20 अक्टूबर को आयोग में दिया गया है. ऐसे में ये आयोग को फैसला लेना है कि ये राहत अक्टूबर से तीन महीनों के लिए लागू होगी या फिर नवंबर और दिसंबर दो महीने ही उपभोक्ताओं को इसका फायदा होगा. 


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