UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर अन्य दलों के नेता बीजेपी में शामिल होने लगे हैं. बुधवार को विभिन्न दलों के नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इन नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई. शामिल होने वालों में पुरेव मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सत्यदेव त्रिपाठी, बसपा से पूर्व विधायक रहे भगवान सिंह कुशवाहा, कांग्रेस में जिलाध्यक्ष और प्रदेश महासचिव समेत तमाम पदों पर रहे विनोद चौधरी समेत अन्य चेहरे शामिल रहे. मालूम हो कि कुछ समय पहले कांग्रेस अपने कुछ वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया था, जिसमें से एक सत्यदेव त्रिपाठी भी थे.
इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि आज महत्वपूर्ण और वरिष्ठ लोग बीजेपी में आये हैं. उन्होंने कहा, 'काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से काशी के रहने वालों को जो लाभ मिलेगा, वो कइयों को दिखाई नहीं दिया. पीएम मोदी और सीएम योगी ने वहां के रिक्शा चालक से लेकर होटल मालिक तक का सोचा. वहां इतना रोजगार मिलेगा कोई सोच नहीं सकता.' उन्होंने कहा कि आज इन सब के आने से सिर्फ पार्टी नहीं राष्ट्र मजबूत होगा.
ये नेता हुए बीजेपी में शामिल
- सत्यदेव त्रिपाठी, पूर्व मंत्री और यूपी कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष, मीडिया प्रमुख कांग्रेस कमेटी.
- रीता सिंह (सपा से आई), बीजेपी के पूर्व विधायक स्वर्गीय कुंवर महावीर सिंह की पत्नी हैं जो 2007 में सपा में चले गए थे.
- भगवान सिंह कुशवाहा: पूर्व विधायक (बसपा से), आगरा.
- शिवेंद्र सिंह: 6 बार विधायक रहे (बीजेपी में वापसी है)
- अभिषेक त्रिपाठी: सत्यदेव त्रिपाठी के बेटे.
- संजीव सिंह: यूपी कांग्रेस के पूर्व महासचिव और जिलाध्यक्ष रहे.
- राजेश पांडेय, पूर्व प्रत्याशी (बसपा से), गोरखपुर ग्रामीण.
- विनोद चौधरी: यूपी कांग्रेस के पूर्व महासचिव व उपाध्यक्ष.
- प्रियंका पांडेय: मिर्जापुर.
- अमरेंद्र प्रताप सिंह: NSUI में पदाधिकारी रहे और सामाजिक कार्यकर्ता.
- चेतना उदनीय: सामाजिक कार्यकर्ता.
कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व मंत्री ने कही ये बात
कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा, 'जातिवादी ताकतें, भ्रष्टाचार की ताकतें आगे बढ़ रही हैं और कांग्रेस कही है नहीं. कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं होता. कांग्रेस अपने नेता- कार्यकर्ताओं को बंधुआ मजदूर समझती है. स्वाभिमान और सम्मान वाला आदमी वहां नहीं रह सकता. वरिष्ठ को कोई वहां नहीं पूछ रहा.' वहीं, गोरखपुर ग्रामीण से विधानसभा चुनाव में पूर्व बसपा प्रत्याशी राजेश पांडेय ने कहा कि वो बीजेपी में नीतियों और विकास को देखकर आये हैं.
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