Satish Mishra Statement Controversy: नाथ संप्रदाय पर सतीश मिश्रा के बयान को अयोध्या के साधु-संतों ने बताया झूठा और ओछी हरकत बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा का नाथ संप्रदाय पर दिया बयान अब उन्हीं को  कटघरे में खड़ा कर रहा है. अयोध्या के संत महंत साफ तौर पर सतीश चंद्र मिश्रा के बयान का विरोध ही नहीं करते बल्कि उसे झूठा और ऊंची हरकत भी करार देते हैं. आपको बता दें कि मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने के बाद सतीश मिश्रा ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते साधते पूरे नाथ संप्रदाय को ब्राह्मणों का दुश्मन बता दिया था. उन्होंने कहा था कि योगी आदित्यनाथ जिस नाथ संप्रदाय से आते हैं वह ब्राह्मणों का सबसे बड़ा विरोधी है वहां टीका और चुटिया रखने वाले लोगों को अपना दुश्मन माना जाता है.


सतीश मिश्रा की मानसिकता गलत
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि  सतीश चंद्र मिश्रा जी ने कहा कि आदित्यनाथ किस संप्रदाय से आते हैं वह संप्रदाय ब्राह्मण विरोधी है. इनका भाव गलत है इनकी मानसिकता गलत है जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी ठीक है आप राजनीतिक व्यक्ति हैं आप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का विरोध करें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन आपको किसने अधिकार दे दिया कि नाथ संप्रदाय को इस प्रकार से हमारे यहां सनातन धर्म संस्कृति से तमाम पंथ हैं. तमाम संप्रदाय हैं हम बैरागी हैं फिर भी हमारे कई संप्रदाय हैं कोई संन्यासी है कोई उदासी है कोई बैरागी है कोई नाथ संप्रदाय के हैं तमाम साधु- संतो में हमारे खड़ दर्शन अखाड़ा परिषद एक बनी थी हमारे जो खड़ दर्शन शंभू भेष है. इस शम्भू भेष में तमान पूजा पद्धति है अपने अपने हिसाब से हम लोग परमात्मा को मानते हैं अपने अपने हिसाब से अपने इष्ट को मनाते हैं लेकिन आप जिस प्रकार से पूरे संप्रदाय के ऊपर आरोप लगाया है यह गलत बात है.


दल का विरोध करें धर्म का नहीं
आप देश में लाखों नाथ संप्रदाय के मंदिर है करोड़ों उनकी अनुयाई हैं आप किसी की भावना को इस तरह आहत करेंगे यह अच्छी बात नहीं है सतीश जी आप होश में आ जाओ क्या आपने भांग खाई है. आप राजनीति में इतने अंधे हो गए हैं आपको समझ में नहीं आता अभी तक तो आप के नेता कहती थी तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार अब आपका भी भाव इतना परिवर्तित हो गया है कि आप सनातन धर्म संस्कृति के बारे में टीका टिप्पणी करना शुरू कर दिए आपने हिंदुओं को जाति में बांटने का काम किया आपने यह कह दिया कि नाथ संप्रदाय के मानने वाले लोग जनेऊ और चुटिया वालों को पसंद नहीं करते हैं.
नाथ संप्रदाय में ऐसी व्यवस्था है शिखा और जनेऊ कुछ भी धारण नहीं करते हैं तो आप ऐसा थोड़े ही कहेंगे कि ब्राह्मण विरोधी है वहां पर अच्छे-अच्छे संत है बहुत बड़े-बड़े विद्वान हैं आप का भाव ऐसा है अच्छी बात नहीं है आपको माफी मांगना पड़ेगा सतीश चंद्र मिश्रा जी यह ठीक नहीं है क्योंकि आप व्यक्ति का विरोध करिए आप दल का विरोध करिए आप हमारे धर्म के ठेकेदार नहीं है कि आप सनातन धर्म संस्कृति को गाली देने का काम करेंगे विरोध करेंगे आपके लिए ठीक नहीं होगा. 


सत्येंद्र दास ने सतीश मिश्रा के बयान को बताया झूठा
आचार्य सत्येंद्र दास ( मुख्य पुजारी राम जन्मभूमि ) ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है झूठी बात की जा रही है नाथ पंथ के तीन पीढ़ियों को तो मैं खुद जानता हूं बड़े महाराज जी से हमारे उनका बड़ा संपर्क रहा और दिग्विजय नाथ जी यहां आया करते थे कहीं भी इतने दिनों में यह नहीं सुनाई दिया कि नाथ पंथ का जो कार्य है या नाथपंथी जहां कहीं भी है वह ब्राह्मण विरोधी हो तिलक विरोधी हो या चुटिया विरोधी हो सुनाई नहीं दिया अब राजनीति में चाहे जो कुछ भी कहा जाए लेकिन यह घटिया बात राजनीति में नहीं लाना चाहिए.


ऐसी गलती समझदार इंसान नहीं कर सकता है
एक पंथ को इस तरह के दोषी बनाया जाए सबके लिए ब्राह्मण पूजनीय है और आज भी वहां पर जो मठ हैं वह ब्राह्मण हैं और जाति के हैं आसपास के हैं कहीं पर ऐसी घटना नहीं दिखाई पड़ी जिसमें नाथ पंथियों ने ब्राह्मणों के साथ अत्याचार किया हो यह राजनीति है राजनीति करें क्योंकि आदित्यनाथ योगी जी मुख्यमंत्री हैं राजनीति में है उनके ऊपर जितना आरोप लगाना हो लगाइए लेकिन पूरे नाथ पंथ पर आरोप लगाना गलत है ऐसी गलती सुयोग्य और समझदार व्यक्ति को कभी नहीं करनी चाहिए जो सतीश मिश्रा जी ने कहा है वह गलत है.
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