UP Hospitals: उत्तर प्रदेश की सरकार लगातार प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की कोशिश कर रही है ताकि लोगों को अपने पास के क्षेत्र में अच्छा और बेहतर इलाज मिल सके और उन्हें इधर-उधर भटकना न पड़े. इसी क्रम में अब सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है, जिसके तहत मरीजों को बेहतर और समय पर इलाज देने के लिए सरकारी अस्पतालों में 355 नए विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है.
डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने इसकी मंजूरी दे दी है. इस बारे में जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार लगातार अभियान चलाकर डॉक्टरों की कमी को दूर कर रही है. यह नियुक्ति नेशनल हेल्थ मिशन के तहत की जा रही है. इसके लिए विज्ञापन जारी किया गया था और रिवर्स बिडिंग प्रक्रिया से डॉक्टरों का चयन किया गया.
नेशनल हेल्थ मिशन के तहत होगी नियुक्तिब्रजेश पाठक ने बताया कि अस्पतालों में सर्जरी की रफ्तार बढ़ाने के लिए 80 एनेस्थीसिया विशेषज्ञ तैनात किए जा रहे हैं. इससे ऑपरेशन के लिए मरीजों को अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा. बच्चों को बेहतर इलाज देने के लिए 78 बाल रोग विशेषज्ञों की भी नियुक्ति की जा रही है. इससे बच्चों का इलाज समय पर हो सकेगा.
गर्भवती महिलाओं और महिलाओं से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए 63 महिला रोग विशेषज्ञों की तैनाती की जा रही है. इससे सुरक्षित प्रसव और अन्य इलाज की सुविधा बेहतर होगी.
इसके अलावा 32 हड्डी रोग विशेषज्ञ, 27 जनरल सर्जन, 20 पैथोलॉजिस्ट, 11 रेडियोलॉजिस्ट, 11 सलाहकार मेडिसिन, 8 जनरल मेडिसिन, 8 ईएनटी (कान-नाक-गला), 7 नेत्र रोग विशेषज्ञ, 5 मानसिक रोग विशेषज्ञ, 3 माइक्रोबायोलॉजिस्ट, 1 चेस्ट फिजिशियन और 1 फिजिशियन भी शामिल हैं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार का मकसद है कि हर मरीज को वक्त पर सही और अच्छा इलाज मिले, इसी दिशा में लगातार काम हो रहा है. सरकार के इस फैसले के बाद अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी भी नहीं होगी.