Keshav Prasad Maurya on Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी के एमएलसी और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस मामले पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने बिना नाम लिए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला है. डिप्टी सीएम ने कहा कि एक नए नवेले नेता जो कई घाटों का पानी पीकर सपा में गए हैं वहां अखिलेश यादव के भोंपू बने हुए हैं. इन्होंने रामचरितमानस पर जो बयान दिया उसके बाद अखिलेश यादव का इस पर चुप रहना उ.प्र. के माहौल को खराब करने का एक प्रयास है.
लखनऊ में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ FIR दर्ज
सपा नेता की रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी के बाद पार्टी और अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा जा रहा है. इसी बीच स्वामी प्रसाद मौर्य पर लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है. सपा नेता के खिलाफ रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है. लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धारा 295 ए ,298,504, 505(2),153a में एफआईआर दर्ज हुई है. सपा नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा दिए गए इस बयान को लेकर बीजेपी सहित कई नेता सपा पर हमलावर हैं. इतना ही कुछ सपा विधायक भी इस बयान को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. वहीं शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने रामचरितमानस के संबंध में स्वामी प्रसाद मौर्य की इस टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की.
रामचरितमानस पर बैन लगाने की कही थी बात
बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि धर्म का वास्तविक अर्थ मानवता के कल्याण और उसकी मजबूती से है. अगर रामचरितमानस की किन्हीं पंक्तियों के कारण समाज के एक वर्ग का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता हो, तो यह निश्चित रूप से धर्म नहीं, बल्कि अधर्म है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में कुछ जातियों जैसे कि तेली और कुम्हार का नाम लिया गया है. इससे इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं. सपा नेता ने मांग की थी कि रामचरितमानस के आपत्तिजनक अंश, जो जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर समुदायों का अपमान करते हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.