(Source: ECI | ABP NEWS)
साल 2019 हत्याकांड के आरोपी ने कोर्ट में खुद किया सरेंडर, पुलिस और एसटीएफ को थी तलाश
Azamgarh Crime News: आजमगढ़ जिले की पुलिस और एसटीएफ लगातार 6 साल से फरार इनामी आरोपी को तलाश कर रही थी. हालांकि शातिर आरोपी के लगातार लोकेशन बदलने से पुलिस उस तक पहुंचने में नाकाम रही है.

Azamgarh Today News: आजमगढ़ जिले के मेहनगर थाना क्षेत्र में वर्ष 2019 में हत्या के गवाह रामदुलार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसे बाद में सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गी थी. इस घटना में चार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोपियों में कमलेश, अनिल, विलास और नितेश यादव प्रमुख थे. सभी आरोपी घटना के बाद से ही फरार चल रहे थे.
आजमगढ़ के तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य ने जुलाई 2023 में फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया, जिसे बाद में बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया था. अभी हाल में ही एक आरोपी कमलेश यादव पर वाराणसी एडीजी ने इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया था.
पुलिस को चकमा देकर किया सरेंडर
जिले की पुलिस और एसटीएफ लगातार इनामी कमलेश यादव की तलाश कर रही थी, लेकिन वह पुलिस की पकड़ से बाहर था. गुरुवार (13 फरवरी) को एक लाख के इनामी कमलेश यादव पुलिस को चकमा देते हुए आजमगढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की टीम हाथ मलती रह गई.
आजमगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपी कमलेश यादव पर पहले 25 हजार रुपये का इनाम था, जिसे बढ़ाकर 50 हजार और फिर एडीजी के आदेश पर एक लाख रुपये कर दिया गया था. उन्होंने आगे बताया कि आरोपी कमलेश यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है और उसे न्यायालय से रिमांड लेकर जेल भेज दिया गया है. पुलिस की कई टीमें इस मामले में लगातार काम कर रही थीं.
आरोपी को क्यों नहीं पकड़ पाई पुलिस?
बता दें कि पुलिस और एसटीएफ लंबे समय से एक लाख के इनामी कमलेश यादव को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वह फरारी के दौरान लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहता था. पुलिस के लिए यह बड़ी नाकामी मानी जा रही है कि एक लाख का इनामी अपराधी कमलेश यादव गिरफ्तारी से बचते हुए सीधे कोर्ट में सरेंडर करने में कामयाब रहा.
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