Sanjay Gandhi Hospital Amethi News: उत्तर प्रदेश कांग्रेस (UP Congress) के अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने अमेठी की मुंशीगंज (Munshiganj) तहसील स्थित संजय गांधी अस्पताल के पंजीकरण को रद्द करने के आदेश को निरस्त करने के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र लिखा है. उन्होंने अस्पताल के पंजीकरण के निरस्तीकरण के आदेश को तत्काल वापस लेने का निवेदन किया है. स्थानीय लोगों की असुविधाओं की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए अजय राय ने सीएम योगी को पत्र लिखा है.


अजय राय ने पत्र में लिखा है कि अस्पताल दशकों से स्थानीय और आस-पास के जिलों के नागरिकों को न्यूनतम शुल्क पर बिना लाभ के स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता रहा है, जिससे लाखों लोग स्वास्थ्य लाभ पाते हैं. संजय गांधी अस्पताल अमेठी क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाओं की लाइफ लाइन है. ऐसे में अस्पताल की ओर से प्रदत्त सेवाओं को स्थगित करने से अमेठी और समीपवर्ती इलाके के ग्रामीण नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.


पत्र में अजय राय ने कहा कि अस्पताल की ओर से बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी), आंतरिक रोगी विभाग और शल्य चिकित्सा (सर्जरी) के लिए आने वाले लाखों नागरिकों को अत्यंत निम्न व्यय पर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इसी अस्पताल की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों के लिए कार्डिओलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रो, डर्माटोलॉजी, श्वास और फेफड़ों से संबंधित रोगों सहित सामान्य शल्य, नेत्र, नाक, कान, मुंह, दांत के साथ-साथ महिला और शिशु रोगों के मामले में आमंत्रित के अलावा पूर्णकालीन उपलब्ध चिकित्सकों के माध्यम से चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जाती रही हैं.


अजय राय ने पत्र में और क्या लिखा?


यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में आगे लिखा है कि अस्पताल में उपलब्ध आकस्मिक स्वास्थ्य सेवाएं- सीटी स्कैन, रेडियोलॉजी, ब्लड बैंक, दवाखाना, नवजात शिशु के जन्म के लिए लेबर रूम तत्काल उपलब्ध होने की वजह से सामान्य स्थिति में इस क्षेत्र के नागरिकों को बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ता है. उन्होंने कहा कि इस अस्पताल की ओर से कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं आम नागरिकों को न्यूनतम व्यय और काफी मामलों में बिल्कुल नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा था. तब प्रदेश शासन से मात्र एक मामले का संज्ञान लेते हुए अस्पताल के पंजीकरण को निरस्त किए जाने की घोषणा की बिल्कुल अपेक्षा नहीं की जा सकती.



ऐसे में अजय राय ने मुख्यमंत्री से जनहित में प्रदेश प्रशासन की ओर से अमेठी के इस अस्पताल के पंजीकरण के निरस्तीकरण के आदेश तत्काल वापस लेने का निवेदन किया है. अजय राय ने पत्र में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि जनहित को ध्यान रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ सकारात्मक निर्देशों से संजय गांधी अस्पताल, मुंशीगंज का संचालन कराना सुनिश्चित करेंगे, जिससे अमेठी की ग्रामीण जनता के साथ-साथ अस्पताल के कर्मचारियों और चिकित्सकों के साथ अन्याय न होने पाए.


क्या है पूरा मामला?


संजय गांधी अस्पताल में 14 सितंबर को एक 22 साल की विवाहिता दिव्या शुक्ला की ऑपरेशन से पूर्व एनेस्थीसिया का डोज दिए जाने के बाद मौत हो गई थी. दिव्या शुक्ला की मौत का मामला गरमा गया और बात आगे बढ़ गई. मामले का संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने तत्काल जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंशुमान सिंह को निर्देशित करते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा.


वहीं सीएमओ ने तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन कर दिया. कमेटी ने संजय गांधी अस्पताल पहुंचकर हर पहलू की जांच कर अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी. इसके बाद संजय गांधी अस्पताल प्रशासन को कारण बताओ नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण देने के लिए तीन महीने का समय दिया गया. 24 घंटे के भीतर ही संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करते हुए उसकी ओपीडी और सारी सेवाएं बंद कर दी गईं.


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