उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश से वर्तमान में 24 जिलों के 1245 गांव प्रभावित हैं, इनकी पल-पल की निगरानी हो रही है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में 2,06910 लोगों को राहत पहुंचाई गई है. 360 क्षतिग्रस्त मकानों को मुआवजा वितरित किया गया है.
जानकारी के अनुसार अब तक 17,924 खाद्यान्न पैकेट और 2,47,277 लंच पैकेट वितरित किये गये हैं और 40 से अधिक लंगर में ताजा भोजन परोसा जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आगरा और औरैया के बीच हवाई सर्वे कर बाढ़ के हालात को देखा. इसके साथ ही औरैया में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हे राहत सामग्री वितरित की. सीएम बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिया कि उन्हे घबराने की जरूरत नहीं है, इस संकट की घड़ी में सरकार उनके साथ है. उन्हे किसी भी चीज की कमी नहीं होगी. उधर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों और राहत विभाग के अधिकारी लगातार राहत कार्यों में लगे हुए हैं.
1245 गांव बाढ़ से प्रभावित, 2 लाख से अधिक पीड़ितों दी राहत
राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 24 जिलों की 59 तहसीलें और 1245 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इन इलाकों में बाढ़ से 2,06910 लोग प्रभावित हैं, जिन्हें राहत सहायता प्रदान की गयी है. वहीं बाढ़ की वजह से 26,089 मवेशियों को सुरक्षा स्थान पर शिफ्ट किया गया है. बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 517 लोगों के मकानों को क्षति पहुंची है, जिनमें से 360 लोगों को सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है.
वहीं प्रदेश में 33,252 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल बाढ़ की चपेट में आया है. इन प्रभावित क्षेत्रों में 1640 नावों और मोटरबोट्स की सहायता से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. इन इलाकों में अब तक 17924 खाद्यान्न पैकेट और 2,47,277 लंच पैकेट वितरित किये जा चुके हैं. वर्तमान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 40 से अधिक लंगर के जरिये पीड़ितों को भोजन की सुविधा दी जा रही है.
41 हजार से अधिक लोगों को मिली घर जैसी सुविधा
योगी सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ितों के साथ मवेशियों की सुरक्षा और उनके खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. अब तक मवेशियों के लिए 5585 कुंतल भूसा वितरित जा चुका है. इसके अलावा 2,04,494 क्लोरीन टेबलेट और 1,60,559 ओआरएस पैकेट भी वितरित किए जा चुके हैं ताकि जलजनित बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 377 बाढ़ शरणालय सक्रिय हैं, जहां 41,842 लोग अस्थायी रूप से निवास कर रहे हैं. इन सभी का 901 मेडिकल टीमों द्वारा मेडिकल चेकअप किया जा रहा है. इसके साथ ही 1348 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है, जो प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर निगरानी रख रही हैं.
जाने यह जनपद बाढ़ से हैं प्रभावित क्षेत्र
वर्तमान में प्रदेश के 24 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इनमें बिजनौर, बहराइच, गोंडा, गोरखपुर, कासगंज, भदोही, कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरैया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाज़ीपुर, मीरजापुर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा और फतेहपुर शामिल हैं. इन सभी जिलों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं.