UP By Election 2022: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पूर्व शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल (Vijay Bahadur Pal) के निधन पर श्रद्धांजलि देने कन्नौज पहुंचे. अखिलेश यादव ने यहां कहा कि सपा ने एक और नेता खो दिया. वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश (Brajesh Pathak) पाठक के बयान को लेकर भी जवाब दिया. दरअसल, अखिलेश यादव सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में मौजूद नहीं थे जब उनके पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को श्रद्धांजलि दी गई थी. इस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तंज करते हुए कहा कि 'सदन में आना जरूरी नहीं था. परिवार जरूरी था.' इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि अभी यह सब कहने का यह समय नहीं है. वह ये भी कह सकते हैं कि पूर्व शिक्षा मंत्री विजय बहादुर पाल के निधन पर गए, सदन जरूरी था. ऐसे लोगों के बारे में सोचना सही नहीं है.


उधर, मैनपुरी और रामपुर उपचुनाव में कम मतदान प्रतिशत के सवाल पर कहा, 'इतना ही समझ लीजिए कि लोकतंत्र पुलिस के सहारे चलाओगे और विपक्षी पार्टी को डराओगे धमकाओगे. मैनपुरी में समाजवादी कार्यकर्ता नेता इतने मजबूत थे. आपने रामपुर में देखा, रामपुर में भी लड़े. जितनी पुलिस की जरूरत नहींं. उससे ज्यादा पुलिस लगाई गई इसलिए जनता को सामने आना पड़ेगा. जनता जब तक नहीं खड़ी होगी और मुझे उम्मीद है रिजल्ट जो आएगा वह सपा के पक्ष में आएगा.' 



जनता को बचाना पड़ेगा लोकतंत्र- अखिलेश यादव


अखिलेश यादव ने आगे कहा, 'जनता को इसी तरह खड़े रहकर लोकतंत्र को बचाना पड़ेगा. लोकतंत्र बचेगा तो संविधान सुरक्षित रहेगा और संविधान सुरक्षित रहेगा तो बाबा साहेब भीमराव जी डॉ. राम मनोहर लोहिया ने जो रास्ता दिखाया, नेता जी ने जो रास्ता दिखाया, जिस रास्ते पर विजय बहादुर पाल जी चल रहे थे, वह रास्ता मजबूत था. लोकतंत्र को बचाने के लिए जनता को खड़ा होना पड़ेगा. ' बता दें कि अखिलेश यादव ने विजय बहादुर पाल निधन पर दुख जाहिर करते हुए ट्वीट भी किया था. उन्होंने लिखा, 'कन्नौज की तिर्वा विधानसभा से कई बार के विधायक और पूर्व मंत्री विजय बहादुर पाल जी का निधन, अत्यंत दुःखद! ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना. भावभीनी श्रद्धांजलि!'


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