Babu Ram Yadav Padma Shri: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का एलान हो गया है. गुरुवार की शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2024 के लिए पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी. पद्म पुरस्कारों की सूची में उत्तर प्रदेश के बाबू राम यादव का नाम भी शामिल है. मुरादाबाद के रहनेवाले 74 वर्षीय बाबू राम यादव को आर्ट (क्राफ्ट-ब्रॉस) में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा. पद्म पुरस्कारों की सूची आने के बाद एबीपी लाइव ने बाबू राम यादव से बात की. उन्होंने पद्म पुरस्कार के नाम की घोषणा होने पर काफी खुशी का इजहार किया.


ब्रास के बाबू को मिलेगा पद्म पुरस्कार


बाबू राम यादव को पीतल के बर्तनों पर नाजुक और बढ़िया डिज़ाइन उकेरने में महारत हासिल है. पीतल कारीगरी में बाबू राम यादव का योगदान छह दशक पर शामिल है. उन्होंने कला को आगे बढ़ाने में उम्र का बड़ा हिस्सा लगा दिया. अब बाबू राम यादव की कला का सम्मान हुआ. बाबू राम यादव के योगदान को देखते हुए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा. उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन देश विदेश में किया है. पीतल के बर्तनों पर बाबू राम यादव की कलाकारी ने तारीफों के पुल बटोरे हैं.


यूपी के रहनेवाले हैं बाबू राम यादव 


बाबू राम यादव शिल्पकारों को पीतल के बर्तन पर कलाकारी की ट्रेनिंग देकर कला को जीवित रखे हुए हैं. शिल्प कौशल को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित करने के लिए प्रशिक्षण का आयोजन करते हैं. उन्होंने जीवन के महत्वपूर्ण वर्षों का शिल्प कला को आगे बढ़ाने में इस्तेमाल किया है. एबीपी लाइव से बात करते हुए उन्होंने बताया कि आर्ट (क्राफ्ट-ब्रॉस) में बचपन से काम कर रहा हूं. उस वक्त मेरी उम्र 12-13 साल रही होगी. उन्होंने बताया कि शिल्प कला में पूरा परिवार शामिल रहा है. लेकिन कोरोना काल के बाद परेशानी का सामना करना पड़ा. बाबू राम यादव तीन बेटों के पिता हैं. तीनों बेटे पिता के काम में सहयोग करते हैं. 


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